लखनऊ: महाराष्ट्र के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के मामले ने राजनीति गरमा दी है। इस मामले पर टिप्पणी करते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि महापुरुषों के मामले में सकारात्मक रुख रखना चाहिए और इस पर राजनीति से बचना चाहिए। बसपा सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार (06 सितंबर) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए अपने पोस्ट में इस मुद्दे पर अपनी राय साझा की।
समुदाय और धर्म से जुड़े राजा पर राजनीति करना ठीक नहीं
उन्होंने कहा कि किसी भी समुदाय और धर्म से जुड़े राजा, महाराजा, संत, गुरु और महापुरुषों के मामले में सकारात्मक सोच रखनी चाहिए न कि नकारात्मक और इसकी आड़ में कोई राजनीति करना ठीक नहीं है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि उनकी मूर्तियों की स्थापना और नामकरण आदि का भी सकारात्मक दृष्टिकोण से उपयोग किया जाना चाहिए, और उनकी आड़ में किसी भी तरह की दुर्भावना और राजनीतिक स्वार्थ नहीं छिपा होना चाहिए। जो अब देखने को मिल रहा है। बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
मायावती ने इस मुद्दे पर अपनी राय साझा की
बसपा प्रमुख ने आगे कहा कि महाराष्ट्र जैसे किसी अन्य राज्य में भी अगर मूर्ति अपने आप गिरती है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, न कि इसकी आड़ में कोई राजनीति की जानी चाहिए, तो यह बेहतर होगा।
सूत्रों के अनुसार, मायावती ने सरकार को सलाह दी कि ऐसी घटनाओं पर राजनीतिक हंगामा करने के बजाय संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उनका कहना है कि किसी भी घटना को लेकर सिर्फ प्रशासनिक कार्रवाई की जानी चाहिए और इसे राजनीतिक विवाद का हिस्सा नहीं बनाया जाना चाहिए।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मूर्ति गिरने के बाद ठाणे जिले के पड़ोसी कल्याण शहर से मूर्तिकार जयदीप आप्टे को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में भाजपा नेता प्रवीण दारेकेर ने आप्टे की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो लोग हमारी सरकार की आलोचना कर रहे थे, उन्हें अब अपना मुंह बंद कर लेना चाहिए। यह सच है कि पुलिस को गिरफ्तारी में कुछ समय लगा, लेकिन अंततः पुलिस ने अपना काम किया।