शिक्षक और गुरु दोनों ही शिक्षा के महत्वपूर्ण स्तंभ होते हैं, लेकिन उनके बीच कई महत्वपूर्ण अंतर होते हैं। यहाँ शिक्षक और गुरु के बीच 10 प्रमुख अंतर दिए जा रहे हैं: शिक्षा का उद्देश्य: शिक्षक का उद्देश्य विषय आधारित ज्ञान देना होता है। गुरु का उद्देश्य जीवन की संपूर्ण शिक्षा और दिशा प्रदान करना होता है, जिसमें आत्मिक और नैतिक ज्ञान भी शामिल होता है। ज्ञान की सीमाएं: शिक्षक मुख्य रूप से पाठ्यक्रम के अनुसार विषय का ज्ञान देते हैं। गुरु जीवन के हर पहलू में मार्गदर्शन करते हैं…
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मद्रास का 385वां स्थापना दिवस: एक ऐतिहासिक झलक
22 अगस्त 1639 को मद्रास (जिसे अब चेन्नई कहा जाता है) की स्थापना हुई थी। यह दिन भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इसी दिन अंग्रेजों ने भारत में अपना पहला क़िला बनाने के लिए एक भूमि का अधिग्रहण किया था। मद्रास की स्थापना की कहानी: अंग्रेज़ ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1639 में विजयवाड़ा के राजा से भूमि का एक टुकड़ा खरीदा था, जिसे आज हम मद्रास या चेन्नई के नाम से जानते हैं। इस भूमि पर, अंग्रेजों ने सेंट जॉर्ज किले (Fort St. George) का निर्माण किया,…
सद्भावना दिवस 2024: एक विस्तृत जानकारी
आपकी दी गई जानकारी बिल्कुल सही है! हर साल 20 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर सद्भावना दिवस मनाया जाता है। यह दिन भारत में सामाजिक सद्भाव, एकता, और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। सद्भावना दिवस का महत्व राजीव गांधी की विज़न: राजीव गांधी एक ऐसे नेता थे जो युवाओं और तकनीक में विश्वास रखते थे। उन्होंने भारत को एक आधुनिक राष्ट्र बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। सद्भावना दिवस उनके इसी विज़न को आगे बढ़ाने का एक प्रयास है। सामाजिक सद्भाव:…
विश्व मच्छर दिवस 2024: इतिहास, महत्व और रोचक तथ्य
विश्व मच्छर दिवस हर साल 20 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन मच्छरों के कारण होने वाले गंभीर स्वास्थ्य खतरों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। मच्छर कई घातक बीमारियों जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और जीका वायरस आदि के वाहक होते हैं। विश्व मच्छर दिवस का इतिहास विश्व मच्छर दिवस मनाने की शुरुआत ब्रिटिश चिकित्सक सर रोनाल्ड रॉस के जन्मदिन के उपलक्ष्य में हुई थी। सर रोनाल्ड रॉस ने मलेरिया के परजीवी को मच्छर में खोजने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उनकी इस खोज…
सावन का महीना भागवान शिव के लिए है खास, जानें कुछ रोचक बातें
सावन का महीना जिसे भगवान शिव जी का भी महीना कहा जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार मानसून के आसपास ही सावन का महीना पड़ता है। भारत में बेटियों को उनके ससुराल से मायके इस महीने में बुलाने की एक पुरानी परंपरा चली आ रही है। यह बेटी और उसके परिवार के लिए खास पल होता है। पारिवारिक जुड़ाव सावन के महीने में बेटी अपने मां-बहन और भाभी से मिलती है। जिससे एक भावनात्मक जुड़ा होता है। यह चुनाव बेटी के परिवार तथा उसके ससुराल के रिश्ते में एक मिठास…
विक्रम साराभाई: भारतीय अंतरिक्ष मिशन के जनक, विक्रम साराभाई से जुड़े रोचक तथ्य
विक्रम साराभाई: देश के अंतरिक्ष मिशन में क्रांतिकारी योगदान देने वाले भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक विक्रम साराभाई की आज जयंती है। विक्रम साराभाई ने न केवल अंतरिक्ष मिशन में बल्कि कई अन्य क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बहुत कम लोग जानते हैं कि विक्रम साराभाई ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर एक डांस अकादमी की भी स्थापना की थी। विक्रम अंबालाल साराभाई का जन्म 12 अगस्त, 1919 को हुआ था। वे एक प्रतिष्ठित भौतिक विज्ञानी और खगोलशास्त्री थे, जिन्होंने भारत में अंतरिक्ष अनुसंधान और परमाणु ऊर्जा को…
आखिरकार बेटी को ही क्यों किया जाता है बिदा?
बचपन से सुनती आ रही हूं, की मां और आप का घर बेटी के लिए पराया होता है। पर जब भी मैं इसका कारण पूछती तो कोई भी इसका कारण मुझे स्पष्ट रूप से नहीं बताता बस एक ही जवाब देकर मुझे चुप कर दिया जाता था। की बेटा ऐसा ही होता है, यही सामाजिक नियम है, पर मैं इस बात से कभी संतुष्ट नहीं हो पाती थी, कि आखिर ऐसा क्यों बेटियों को ही क्यों घर छोड़ कर जाना पड़ता है। शादी तो लड़का और लड़की दोनों ही करते…
जब मुझे अपनी ही खुशी से दूर होना पड़ा
मेरा नाम रोशनी है, मैं एक समृद्धि परिवार से हूं, बचपन से ही मैं बहुत भावुक स्वभाव की थी। कोई वस्तु हो या लोग मैं उनसे बहुत जल्दी जुड़ाव महसूस करने लगती थी। बचपन में मेरी पढ़ाई-लिखाई बहुत अच्छी हुई, क्योंकि मैं एक शिक्षित परिवार से थी। मेरे माता-पिता ने कभी मुझे किसी चीज की कमी महसूस नहीं होने दी, हालांकि मैं दोस्त जल्दी तो नहीं बना पाती थी, लेकिन जब मेरे दोस्त बन जाते थे, तो वह बहुत ही लंबे समय तक रहते थे, और अगर किसी कारण वस…
अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर खास, जानें भारत की 10 प्रसिद्ध बाघ-बाघिनों के बारे में
अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस (International Tiger Day) हर साल 29 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य बाघों की घटती संख्या के बारे में जागरूकता फैलाना और उनकी संरक्षण की दिशा में प्रयास करना है। यहाँ कुछ खास बातें हैं जो इस दिन के बारे में जानी जा सकती हैं: इतिहास: अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस की शुरुआत 2010 में सेंट पीटर्सबर्ग टाइगर समिट में हुई थी, जहाँ 13 बाघ रेंज देशों ने 2022 तक जंगली बाघों की संख्या को दोगुना करने का लक्ष्य रखा था। बाघों की स्थिति: बाघों की…
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस: इतिहास, थीम और महत्व
विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस हर साल 28 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य प्रकृति और जैव विविधता के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमारी पृथ्वी एक अनमोल उपहार है और हमें इसकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। इतिहास विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का इतिहास अपेक्षाकृत नया है। यह दिन प्रकृति संरक्षण के महत्व को उजागर करने और लोगों को इस दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। हाल के वर्षों में जलवायु…