नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में रविवार शाम को आतंकवादियों ने तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर गोलीबारी की। जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हो गए, पुलिस ने यह जानकारी दी। खूफिया एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, यह हमला कुछ साल पहले अमरनाथ यात्रा पर हुए हमले की तर्ज पर है, जो पिछले दशक में जम्मू में सबसे बड़ा आतंकी हमला था।
#WATCH | Security heightened in Jammu & Kashmir's Reasi.
Morning visuals from the area where a bus carrying pilgrims was attacked by terrorists led to the loss of 10 lives. pic.twitter.com/9i93KKbhzc
— ANI (@ANI) June 10, 2024
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, इस बड़े आतंकी हमले को लश्कर के एक सहयोगी ने अंजाम दिया है। माना जा रहा है कि हमलावर 3 से 4 की संख्या में थे, जो कुछ दिन पहले पाकिस्तान से भारत में दाखिल हुए थे। आतंकियों का पहला मकसद श्रद्धालुओं पर अंधाधुंध फायरिंग करना था और फिर बस अपना संतुलन खोकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाती और यही उनकी योजना थी।
कहा जा रहा है कि आतंकियों ने कुछ दिन पहले रियासी में हुए बस हादसे को देखते हुए इस हमले की योजना बनाई थी और श्रद्धालुओं से भरी बस को निशाना बनाया था। फायरिंग के बाद शिव घोड़ी मंदिर से कटरा जा रही 53 सीटर बस गहरी खाई में गिर गई। घटना शाम करीब सवा छह बजे पौनी क्षेत्र के तेरयाठ गांव के पास हुई।
रियासी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहिता शर्मा ने शनिवार शाम संवाददाताओं को बताया, “नौ तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 33 अन्य घायल हो गए।” यह हमला क्षेत्र में हिंसा में चिंताजनक वृद्धि का प्रतीक है। राजौरी और पुंछ जैसे पड़ोसी क्षेत्रों की तुलना में रियासी जिला आतंकवादी गतिविधियों से अपेक्षाकृत कम प्रभावित है।