शादी में दूल्हा दुल्हन को हल्दी क्यों लगाई जाती है?

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जानिए, क्या है हल्दी लगाने का पौराणिक, धार्मिक और वैज्ञानिक कारण? दूल्हा दुल्हन को हल्दी लगने के बाद बाहर क्यों नहीं जाने देते?

पुराने समय में जब शादी होती थी तब पूरे शरीर पर हल्दी लगाई जाती थी। आजकल तो सिर्फ़ शगुन के तौर पर ही लगाई जाती है। क्या आप जानते है कि शादी में दूल्हा दुल्हन को हल्दी क्यों लगाई जाती है? क्या है हल्दी लगाने का पौराणिक, धार्मिक और वैज्ञानिक कारण?

शादी में हल्दी लगाने का धार्मिक कारण

हिन्दू धर्म के अनुसार शादी एक पवित्र बंधन है। जिसमें नए जोड़े को आशिर्वाद देने के लिए देवी-देवताओं को आमंत्रित किया जाता है। इसमें भगवान विष्णु का विशेष स्थान होता है। इसलिए उनके आशीर्वाद के लिए उनका पसंदीदा पीला रंग और हल्दी का प्रयोग किया जाता है।

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हल्दी के रस्म का पौराणिक कारण

पुराने जमाने में लोग खेती करते थे। मेहनत करते थे। खेतों में काम करते वक्त कई बार उनके शरीर पर फोड़े फुन्सियां हो जाती थी। खुजली होती थी। ये फोड़े फुन्सियां और खुजली खत्म हो जाए इसलिए शादी से पहले उनके पूरे शरीर पर हल्दी लगाई जाती थी। हल्दी से टॉक्सिन्स बाहर आ जाते थे।

अब आप कहोगे कि हल्दी शादी से पहले ही क्यों लगाई जाती थी? तो शादी के बाद पति पत्नी एक होंगे। जब वे एक होंगे तो उनके शरीर भी मिलेंगे। उनके शरीर के मिलने से, एक से दूसरे को किसी भी तरह का कोई स्कीन इंफेक्शन न हो इसलिए हल्दी लगाई जाती थी। पहले ब्यूटी पार्लर नहीं थे। हायजिन के इतने साधन नहीं थे। पहले शरीर के दाने दबाने के लिए हल्दी लगाई जाती थी। आज हायजीन के साधन उपलब्ध है। स्किन अलग टाइप की हो गई है। कई लोगों को हल्दी से एलर्जी होने लगी है। उनके शरीर पर दाने निकल आते है।

हल्दी लगाने का वैज्ञानिक कारण

हल्दी प्राचीन समय से औषधीय के रूप में इस्तेमाल होने वाला मसाला है। इसमें एंटी बैक्टीरियल, एंटी सेप्टीक और एंटी डिप्रेशन जैसे गुण होते हैं। ये एक्सफोलिएंटिंग एजेंट के तौर पर काम करता है। हल्दी लगाने के बाद जब हम स्नान करते हैं तो हमारी स्किन भी डिटॉक्स होती है और डेड सेल्स निकल जाते हैं।

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हल्दी लगाने से त्वचा में नमी आती है,त्वचा को पोषण मिलता है, रूखी त्वचा में दरार भरने लगती है और त्वचा पर किसी इंफेक्शन का खतरा नहीं होता है। साथ ही हल्दी लगाने से बॉडी रिलेक्स होती है। ऐसे में हल्दी को शादी के कारण होने वाली नर्वसनेस को कम करने में कारगर माना जा सकता है। हल्दी अपनी ओर ऐसी सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है जो जीवन में समृद्धि बनाए रखने में मदद करती है। हल्दी में कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो हमें बुरी नजर से बचाने में मदद करती है। this is a actual science of haldi rasm।

दूल्हा दुल्हन को हल्दी लगने के बाद बाहर क्यों नहीं जाने देते?

मन में ये सवाल भी आता है कि दूल्हा दुल्हन को हल्दी लगने के बाद बाहर क्यों नहीं जाने देते? तो जिस तरह हल्दी अपनी ओर सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है ठीक उसी तरह वो नकारात्मक ऊर्जा को भी अपनी ओर आकर्षित करती है। हल्दी लगने पर बाहर जाने से दूल्हा दुल्हन पर बाहर की नकारात्मक ऊर्जा का असर न हो इसलिए उन्हें अकेले बाहर जाने से मना किया जाता है।

वैसे भी हल्दी लगने पर सूरज की तेज किरणों से स्किन काली पड़ सकती है। हल्दी के साथ तेल इसलिए लगाया जाता है ताकि शरीर में नरमाई आ जाएं। आज जो शरीर मे अकड़न है, जॉइंट पेन है उसका कारण क्या है? हम लोग तेल मालिश नहीं करते। हमारी स्किन dry हो गई है।

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