आरजी कर अस्पताल हिंसा: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुई हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने सभी आरोपियों को 22 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। मेडिकल कॉलेज में हुई तोड़फोड़ और हिंसा के बाद सभी डॉक्टर गुस्से में हैं। हिंसा के बाद गुरुवार को कोलकाता समेत देश में कई जगहों पर प्रदर्शन हुए।
बुधवार रात को हुई थी हिंसा
बुधवार देर रात कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में सैकड़ों लोगों ने तोड़फोड़ की। इस दौरान अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस ने हिंसक भीड़ पर आंसू गैस के गोले भी दागे और लाठीचार्ज भी किया। इसके बाद गुरुवार सुबह डॉक्टरों ने अस्पताल के प्रशासनिक भवन को घेर लिया और प्रिंसिपल को भवन से बाहर नहीं आने दिया।
डॉक्टरों ने अस्पताल प्रशासन से अस्पताल में हुई तोड़फोड़ को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है। इस मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस सीसीटीवी की मदद से तोड़फोड़ में शामिल लोगों की पहचान कर रही है। पुलिस ने इसके लिए कुछ लोगों की तस्वीरें भी जारी की हैं।
यह राम और वामपंथियों का काम है: ममता
सीएम ममता बनर्जी ने अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के लिए भाजपा और वाम दलों को जिम्मेदार ठहराया है। ममता ने कहा कि राम और वामपंथियों ने मिलकर इस हिंसक घटना को अंजाम दिया है। उनका निशाना भाजपा और वामपंथ था। ममता ने कहा कि उन्हें डॉक्टरों के विरोध से कोई परेशानी नहीं है, लेकिन कुछ राजनीतिक दल इस घटना से परेशानी खड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं।
9 अगस्त को जूनियर डॉक्टर की मौत
9 अगस्त को मेडिकल कॉलेज की एक जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या का मामला सामने आया था। हत्या इतनी क्रूरता से की गई कि रूह कांप जाए। जूनियर डॉक्टर का शव कॉलेज के सेमिनार हॉल से बरामद किया गया था। इसके बाद देशभर के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे और मांग कर रहे थे कि आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।