राहुल गांधी ने जताई आपत्ति: 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होने पर बुधवार को संसद में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 26 जून 1975 को देश में लगाए गए आपातकाल को याद किया गया। इतना ही नहीं संसद में आपातकाल के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया और मौन रखा गया। इस बीच कांग्रेस और विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया। जिसके चलते संसद की कार्यवाही एक दिन के लिए स्थगित कर दी गई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आपातकाल के खिलाफ प्रस्ताव पढ़ना शुरू किया और इसे भारत के इतिहास का काला दिन करार दिया, जिस पर विपक्षी सांसद अपने पैरों पर खड़े हो गए और नारे लगाने लगे। अब इस मुद्दे पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा, हमें ऐसे राजनीतिक प्रस्तावों से बचना चाहिए।
राहुल ने आपातकाल के खिलाफ प्रस्ताव का विरोध किया
लोकसभा में आपातकाल की निंदा का प्रस्ताव पारित होने पर राहुल गांधी ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि सभापति को इस तरह का राजनीति से प्रेरित प्रस्ताव नहीं लाना चाहिए था और उन्हें इससे बचना चाहिए था। इस बीच राहुल गांधी ने आज INDI Alliance के नेताओं के साथ चेयरमैन ओम बिरला से मुलाकात की। इसके अलावा आज लोकसभा में शुरू हुई बैठक में आपातकाल के खिलाफ प्रस्ताव पर राहुल गांधी ने आपत्ति जताई है।
लोकसभा का माहौल खराब करना चाहती है बीजेपी-केंद्र: कांग्रेस महासचिव
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी आपातकाल के खिलाफ प्रस्ताव का विरोध किया है। उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आपातकाल के बारे में बात की वह आश्चर्यजनक है। सरकार ने जानबूझकर आज का दिन चुना है। आज सदन का माहौल अच्छा था, आज स्पीकर का चुनाव होना था, लेकिन बीजेपी और केंद्र सरकार इस माहौल को खराब करना चाहती थी।’
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर साधा निशाना
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने संकट की निंदा करने के प्रस्ताव को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी ने आज जो कुछ किया है वह सिर्फ दिखावा है। संकट के दौरान जेल जाने वाले वह अकेले नहीं थे, समाजवादी पार्टी और अन्य नेताओं ने भी वह दौर देखा था। हम कब तक अतीत की ओर देखते रहेंगे? क्या बीजेपी लोकतंत्र रक्षक सेनानियों को मिलने वाले भत्ते बढ़ाएगी?
लोकसभा में स्पीकर ओम बिरला ने क्या कहा?
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संकल्प पढ़ते हुए कहा कि 26 जून 1975 को तत्कालीन कांग्रेस सरकार में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर पूरे देश को जेल में बदल दिया था। उस समय कई विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया गया था। मीडिया और न्यायपालिका पर प्रतिबंध लगा दिये गये। अब आज जब हम आपातकाल लागू होने के 50वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, 18वीं लोकसभा लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। आपातकाल के खिलाफ स्पीकर ओम बिरला और बीजेपी सांसदों ने दो मिनट का मौन रखा।
प्रधानमंत्री मोदी ने सभापति को धन्यवाद दिया
इस बीच विपक्ष के सांसद खासकर कांग्रेस के सांसद अपनी सीटों पर खड़े हो गए और जमकर नारेबाजी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में आपातकाल को याद करने के लिए स्पीकर ओम बिरला को धन्यवाद दिया और कहा कि देश के युवाओं को यह जानने की जरूरत है कि जब देश में आपातकाल लगाया जाता है तो कैसी स्थिति बनती है।