मुंबई: पवई में अतिक्रमण पर कार्रवाई कर रहे नगर निगम कर्मचारियों और पुलिस टीम पर हमला मुंबई नगर निगम आयुक्त भूषण गगरानी ने इसे गंभीरता से लिया है और चेतावनी दी है कि इस तरह के हमलों को कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। घायल नगर निगम कर्मचारीपुलिस केगगरानी और उनके साथी पुलिस आयुक्तों ने पूछताछ की। गगरानी ने कर्मचारियों को यह भी आश्वासन दिया कि प्रशासन कर्मचारियों के साथ मजबूती से खड़ा है।
अतिक्रमण हटाने की हो रही कार्रवाई
पवई में कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। पवई गांव और मौजे तिरंदाज गांव में जमीन के एक भूखंड पर लगभग 500 झोपड़ियों वाला एक ‘लेबर हटमेंट’ स्थापित किया गया था। राज्य मानवाधिकार आयोग ने नगर निगम प्रशासन को इन झोपड़ियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।
1) इन झुग्गीवासियों को पहले भी महाराष्ट्र क्षेत्रीय और नगर नियोजन अधिनियम, 1966 की धारा 55 के तहत नोटिस जारी किए गए थे। साथ ही नगरपालिका अधिनियम की धारा 488 के प्रावधानों के तहत इन झोपड़ियों के कब्जेदारों को 1 जून को कानूनी नोटिस जारी किये गये थे।
2) नोटिस में कहा गया है कि अगर 48 घंटे के अंदर अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो अतिक्रमण हटा दिया जाएगा। इसके मुताबिक जब अतिक्रमण तोड़ने की कार्रवाई चल रही थी तो स्थानीय निवासियों ने विरोध किया और पथराव किया।
3) इस घटना में नगर पालिका के 5 इंजीनियर, 5 मजदूर और उनके साथ 15 लोग शामिल हैंपुलिसकर्मचारी भी घायल हैं। कमिश्नर ने यह भी स्पष्ट किया है कि कार्रवाई जारी रहेगी।