अतिथि देवो भव: पीएम मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू साथ बैठकर रात्रि भोज किया

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राष्ट्रपति भवन के आधिकारिक हैंडल से बैंक्वेट की एक तस्वीर साझा की गई है, जिसमें दुनिया के कई बड़े नेता साथ नजर आ रहे हैं। इनमें श्रीलंका के राष्ट्रपति रनिल विक्रमसिंघे समेत कई नेता मौजूद हैं।

नई दिल्ली। NDA यानी नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस की सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए विदेशी मेहमान राष्ट्रपति भवन में रात्रि भोज का भी हिस्सा बने। खास बात है कि इस दौरान लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले नरेंद्र मोदी और मालदीव के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू साथ बैठकर भोजन करते नजर आए। तस्वीर ऐसे समय पर सामने आई है, जब दोनों मुल्कों के बीच रिश्ते तल्ख बताए जा रहे हैं।

राष्ट्रपति भवन के आधिकारिक हैंडल से बैंक्वेट की एक तस्वीर साझा की

राष्ट्रपति भवन के आधिकारिक हैंडल से बैंक्वेट की एक तस्वीर साझा की गई है, जिसमें दुनिया के कई बड़े नेता साथ नजर आ रहे हैं। साथ लिखा है, ‘भारत के प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में आए विदेशी मेहमानों के सम्मान में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बैंक्वेट का आयोजन किया।’ रविवार को मोदी 3.0 सरकार के 72 मंत्रियों ने भी शपथ ली है।

कौन कौन शामिल हुआ

राष्ट्रपति भवन के पोस्ट के अनुसार, श्रीलंका के राष्ट्रपति रनिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरिशिस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जुगनौथ, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पदहल कमल, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोब्गे रात्रि भोज में का हिस्सा बने।

भारत और मालदीव के रिश्ते

खास बात है कि मुइज्जू को चीन समर्थक नेता माना जाता है। मालदीव के चुनाव के दौरान भी उन्होंने मालदीव से भारतीय सैनिकों को वापस भेजने की मुहिम छेड़ रखी थी। इसके बाद जब पीएम मोदी लक्षद्वीप पहुंचे, तो मुइज्जू सरकार के तीन मंत्रियों ने आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी। हालांकि, बाद में तीनों को हटा दिया गया था। इधर, इस मामले के बढ़ने के बाद भारत में सोशल मीडिया पर मालदीव के बहिष्कार की मांग उठने लगी थी। खास बात है कि भारत के प्रति रुख को लेकर मालदीव में ही मुइज्जू सरकार पर विपक्ष ने गंभीर सवाल उठाए थे।

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