बिहार। बिहार का इतिहास बहुत प्राचीन है और यह भारतीय इतिहास के महत्वपूर्ण हिस्से में से एक है। बिहार का नाम ‘विहार’ से आया है, जिसका अर्थ है ‘अध्ययन केंद्र’। बिहार का प्राचीन इतिहास वैदिक काल से शुरू होता है, जब यह कुरुक्षेत्र के अंश के रूप में जाना जाता था। मौर्य साम्राज्य का समय (4वीं से 6वीं सदी) बिहार के इतिहास में महत्वपूर्ण है, जब सम्राट अशोक ने पाटलिपुत्र (नवीन पटना) को अपनी राजधानी बनाया था।
मौर्य साम्राज्य के पतन के बाद, गुप्त साम्राज्य, पाल और सेना साम्राज्यों के समय में भी बिहार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा। 12वीं सदी में, मुस्लिम सल्तनतों का समय आया, और बिहार में सल्तनतकारों का शासन हुआ। 16वीं सदी में, मुगल सम्राट हुमायूं के पुत्र और सम्राट अकबर के पिता, हमायूं, का मकबरा पटना में है। 18वीं सदी में, बिहार में ब्रिटिश प्रभुत्व स्थापित हुआ, और सन् 1912 में पटना को पुरानी पटना (Patna) कहा गया।
स्वतंत्रता संग्राम के समय में, बिहार के कई क्रांति-नेता महत्वपूर्ण भूमिका निभाए, जैसे कि बाबू कुंवर सिंह, जगदीशनर सिंह, भगवति चरण वर्मा, आनंदमोहन मल्लिक, राजेन्द्र प्रसाद, जयप्रकाश नारायण, और कुमुदनीलन प्रसाद। सन् 1950 में, बिहार भारतीय संघ का एक प्रमुख राज्य बना।
साधना मिश्रा