कोलकाता डॉक्टर केस: कोलकाता में जिस तरह से एक पोस्टग्रेजुएट डॉक्टर के साथ यौन उत्पीड़न किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई, उससे देशभर में आक्रोश है। इस घटना के विरोध में आज देशभर के अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बंद रहेंगी।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए क्रूर बलात्कार और हत्या के बाद देशभर के डॉक्टरों ने ओपीडी सेवाएं बंद कर दी हैं। फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने 13 अगस्त को यह हड़ताल शुरू की थी। फेडरेशन ने इस घटना के विरोध और जांच में देरी के कारण इस हड़ताल की घोषणा की है।
जांच में देरी को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज
जिस तरह से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले को सुलझाने के लिए सात दिनों का समय तय किया है, उससे आरजी कर मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों में गुस्सा है।
मौत की सजा की मांग
उनका कहना है कि जब तक न्यायिक जांच, दोषियों को मौत की सजा और पीड़ित परिवार को पर्याप्त मुआवजा जैसी उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। इसके अलावा जांच और कार्रवाई में देरी की आलोचना करते हुए अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों को हटाने की मांग की।
प्रिंसिपल का इस्तीफा
विरोध के बीच अस्पताल के प्रिंसिपल संदीप घोष ने इस्तीफा दे दिया है, जिससे विवाद और बढ़ गया है। प्रिंसिपल को अब कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज का प्रिंसिपल बनाया गया है। डॉ. सुहृता पॉल को आरजी कर मेडिकल कॉलेज का नया प्रिंसिपल नियुक्त किया गया है। लेकिन उन्हें अपने पिछले विवादों के कारण आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
फोर्ड ने बंद का आह्वान किया
हड़ताली डॉक्टरों को विभिन्न मेडिकल एसोसिएशनों ने समर्थन दिया है। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (फोर्डा) ने देशभर में वैकल्पिक सेवाएं बंद करने का आह्वान किया है। पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स फोरम ने भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से निष्पक्ष जांच और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सुरक्षा उपाय बढ़ाने की अपील की है।
अधिकारियों से पूछताछ
इस मामले में पुलिस की जांच तेज हो गई है। अधिकारी मामले से जुड़े कई डॉक्टरों और व्यक्तियों से पूछताछ कर रहे हैं। अधिकारियों ने इस मामले में एक सहायक प्रोफेसर को भी तलब किया है, जिसने पीड़िता के माता-पिता को उसकी मौत की सूचना दी थी। इस बीच, स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और डॉक्टर त्वरित न्याय की मांग कर रहे हैं।