प्रयागराज। प्रयागराज के सिविल लाइंस में जेईई कोचिंग के नाम पर 74 छात्रों से दो करोड़ से अधिक ठगी का मामला सामने आया है। संस्थान पर आरोप है कि छात्र-छात्राओं से फीस ले ली इसके बाद कक्षाएं बंद कर दी। पूछने पर संतोषजनक जवाब भी नहीं दिया जा रहा है। पुलिस ने कोचिंग के एमडी समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला?
इस मामले में अभिषेक चावला व अन्य लोगों की ओर से पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया है कि, छात्रों ने सिविल लाइन स्थित कोचिंग संस्थान फिटजी में विभिन्न सत्रों में जेईई कोचिंग के लिए प्रवेश लिया था। संस्था ने प्रत्येक बच्चे से औसतन ढाई से तीन लाख रुपये फीस के रूप में वसूले थे। ये सारे रकम नेफ्ट, आरटीजीएस तथा चेक के जरिए लिए गए थे। कोचिंग कर्मचारियों के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान सत्र शुरू होने से पहले कुप्रबंधन के कारण कोचिंग बंद होने के कगार पर है।
कर्मचारियों व अध्यापकों का वेतन नहीं दिया जा रहा
इसके बावजूद लगातार प्रवेश लिए जा रहे हैं। एक जून को जब छात्रों और अभिभावकों ने दबाव देकर पूछा तो संस्थान के शैक्षणिक/प्रशासनिक अधिकारी अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले चार माह से कर्मचारियों व अध्यापकों का वेतन नहीं दिया जा रहा है। जिसके चलते अभी कार्य किया जाना संभव नहीं हो पा रहा है। लगातार मांग किए जाने के बाद भी दिल्ली स्थित मुख्यालय से वेतन नहीं दिया जा रहा है।
74 विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों की ओर से शिकायतें की गई
इसके बाद अभिभावकों ने दिल्ली मुख्यालय से सम्पर्क किया तो वहां से भी संतोषजनक जवाब नहीं मिले। इसके साथ ही मैनेजिंग डायरेक्टर डीके गोयल, मुख्य वित्तीय अधिकारी राजीव बब्बर, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी मनीष आनंद व संस्था की प्रयागराज शाखा के प्रशासनिक अधिकारी अनूप श्रीवास्तव, अमित पांडेय व कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति यह नहीं बता पा रहा है कि क्लास कब से शुरू होंगे। फोन करने पर बच्चों को धमकी मिलती है। सिविल लाइंस प्रभारी रामाश्रय यादव के मुताबिक अभी तक कुल 74 विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों की ओर से शिकायत दी गई है।
तीन बैंक खाते फ्रीज
मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। जांच में पुलिस को कोचिंग के तीन खाते मिले हैं। ये सभी खाते मुंबई स्थित एक्सिस बैंक में खोले गए हैं। तीनों बैंक खातों को फ्रीज करा दिया गया है। तीनों खाते में कितनी रकम है फिलहाल अभी तक नहीं पता चल पाया है।