नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद केडी सिंह समेत आठ लोगों के खिलाफ CBI ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। राजधानी स्थित CBI की एंटी करप्शन ब्रांच ने यूपी सरकार की सिफारिश पर इस प्रकरण की जांच अपने हाथों में ली है। बता दें कि देश भर में निवेशकों की रकम हड़पने को लेकर केडी सिंह के खिलाफ CBI पहले भी मुकदमे दर्ज कर चुकी है।
मकान देने का झांसा देकर करता था कमाई
CBIने पूर्व सांसद से जुड़ी कंपनियों अलकेमिस्ट इंफ्रा रियल्टी लिमिटेड और अलकेमिस्ट टाउनशिप लिमिटेड द्वारा निवेशकों को लुभावनी स्कीम पर भूखंड और मकान देने का झांसा देकर गाढ़ी कमाई हड़पने के मामले की जांच शुरू कर दी है। CBI द्वारा दर्ज मुकदमे में केडी सिंह के साथ बृजमोहन महाजन, सुचित्रा खेमकर, सत्येंद्र कुमार सिंह,जयश्री प्रकाश सिंह, नंद किशोर सिंह, छत्रपाल सिंह और नरेंद्र सिंह को नामजद किया है। दरअसल, केडी सिंह और उनके साथियों पर आरोप है कि उन्होंने 2009 में भदोही में कंपनियों का कार्यालय खोलने के बाद लुभावनी स्कीमों के जरिए निवेशकों से करीब 2 करोड़ रुपये जमा कराए थे। बाद में निवेशकों को भूखंड नहीं दिए गए। निवेशकों द्वारा अपनी रकम वापस मांगने पर कंपनी के संचालक साल 2018 में कार्यालय बंद करके भाग गए।
8 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
बता दें कि CBI द्वारा दर्ज मुकदमे में केडी सिंह के साथ बृजमोहन महाजन, सुचित्रा खेमकर, सत्येंद्र कुमार सिंह,जयश्री प्रकाश सिंह, नंद किशोर सिंह, छत्रपाल सिंह और नरेंद्र सिंह को नामजद किया है। केडी सिंह और उनकी कंपनियों के खिलाफ सीबीआई ने दो साल के भीतर दूसरा मुकदमा दर्ज किया है। इससे पहले प्रदेश सरकार की सिफारिश पर आजमगढ़ में दर्ज मुकदमे की जांच भी सीबीआई ने 26 जुलाई 2022 को टेकओवर की थी।