लखनऊ: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने अपर्णा यादव की नाराजगी के बीच नाम और मुद्दे का जिक्र किए बिना अप्रत्यक्ष रूप से बड़ा बयान दिया है। सूत्रों के मुताबिक, सपा मुखिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आंतरिक अविश्वास का शिकार है। अखिलेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए एक्स पोस्ट में लिखा है कि भाजपा अपने लोगों के अलावा किसी और को इन पदों के योग्य नहीं मानती।
आंतरिक अविश्वास का शिकार है भाजपा
बता दें कि कन्नौज के सांसद और सपा नेता ने कहा कि जो लोग “46 में से 56” का हास्यास्पद और अपुष्ट दावा करते हैं, उनके अपने लोग ऊपर से नीचे तक सभी प्रमुख पदों पर हैं। क्या वे अपने अलावा ‘दूसरों’ को इन पदों के योग्य नहीं मानते या फिर दिल्ली की तलवार सिर पर लटकने के कारण किसी को भरोसेमंद नहीं मानते। भाजपा आंतरिक अविश्वास का शिकार है। पोस्टिंग, कार्रवाई, निर्णय और आदेश का आधार जाति नहीं न्याय होना चाहिए।
अपर्णा को योगी सरकार ने महिला आयोग की उपाध्यक्ष का पद दिया
बताया जा रहा है कि अपर्णा को योगी सरकार ने महिला आयोग की उपाध्यक्ष का पद दिया है। इस पद को मिलने के बाद अपर्णा ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। ऐसे में दावा किया जा रहा है कि अपर्णा ने शिवपाल सिंह यादव से भी मुलाकात की है और वह सपा में जा सकती हैं। हालांकि अभी तक अपर्णा ने खुद इस पूरे मामले पर कुछ नहीं कहा है और उनकी चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है।