भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों के लिए यह सप्ताह कभी खुशी कभी गम जैसा रहा है। निवेशकों ने इस सप्ताह अपने निवेश को डूबते और फिर तेजी से बढ़ते हुए देखा है।
निवेशकों के घाटे की भरपाई हो गई
4 जून, 2024 को लोकसभा चुनाव की मतगणना के दिन सत्तारूढ़ भाजपा को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने से निवेशकों को 31 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। लेकिन इसके बाद अगले तीन कारोबारी सत्रों में बाजार में आई तेजी से रिकवरी के चलते निवेशकों को भारी मुनाफा हुआ और तीन दिनों में निवेशकों की संपत्ति 28.66 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई।
एग्जिट पोल के बाद शेयर बाजार उच्चतम स्तर पर पहुंच गया
एग्जिट पोल के अनुमान के मुताबिक सोमवार 3 जून को बाजार में तेजी देखी गई और सेंसेक्स-निफ्टी लाइफटाइम हाई पर पहुंच गए। मार्केट कैप ने पहली बार 426 लाख करोड़ रुपये का स्तर भी छुआ लेकिन 4 जून को चुनाव नतीजों में बीजेपी को बहुमत नहीं मिला और बाजार में गिरावट की सुनामी आ गई। उस दिन सेंसेक्स 4389 अंक टूटकर 72,079 अंक पर और निफ्टी 1379 अंक टूटकर 21884 अंक पर बंद हुआ था।
नरेंद्र मोदी सरकार की हैट्रिक की तस्वीर साफ हो गई
लेकिन जब तस्वीर साफ हो गई कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सहयोगियों के सहयोग से एनडीए सरकार बनने जा रही है तो बाजार ने शानदार वापसी की। वहीं पिछले तीन दिनों में सेंसेक्स 4614 अंक और निफ्टी 1400 अंक बढ़ा है। शुक्रवार को सिर्फ एक सत्र में सेंसेक्स में 1618 अंक और निफ्टी में 470 अंक का उछाल देखा गया। बीएसई पर सूचीबद्ध शेयरों का मार्केट कैप भी 394.83 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 423.49 लाख करोड़ रुपये हो गया है। तीन दिन में भारतीय शेयर बाजार का वैल्यूएशन एक बार फिर 5 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गया है।
फिलहाल, भारतीय शेयर बाजार का मार्केट कैप अब अपने लाइफटाइम हाई से महज 2।50 लाख करोड़ रुपये कम है। रविवार 9 जून को नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे और उसी दिन उनके मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य भी शपथ लेंगे, जिसके बाद विभागों का बंटवारा किया जाएगा। ऐसे में माना जा रहा है कि बाजार में यह उछाल अगले हफ्ते भी जारी रह सकता है।