बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी-अजीत पवार) के कद्दावर नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में मुंबई पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने खुद को कुख्यात बिश्नोई गिरोह का सदस्य बताया है। पुलिस का कहना है कि इस हमले की योजना पिछले 25-30 दिनों से बनाई जा रही थी। यह भी पता चला है कि आरोपी लगातार उस इलाके की रेकी कर रहे हैं जहां बाबा सिद्दीकी रोजाना घूमते थे। सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक कुल चार लोगों को बाबा सिद्दीकी की हत्या की सुपारी दी गई थी। ये सुपारी ढाई से तीन लाख रुपये में दी गई थी।
मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच का दावा
मुंबई पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, क्राइम ब्रांच का दावा है कि बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बिश्नोई गैंग से जुड़े होने का दावा किया है। चार में से तीन आरोपी ऑटो रिक्शा से बांद्रा पूर्व में घटनास्थल पर पहुंचे। सूत्रों ने बताया कि बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाने से पहले तीनों ने कुछ देर तक वहां इंतजार किया। पुलिस को शक है कि आरोपी को जानकारी देने वाला कोई और भी इसमें शामिल हो सकता है।
आरोपी की पहचान उजागर हो गई
गिरफ्तार दोनों आरोपियों के नाम करनैल सिंह और धर्मराज कश्यप हैं। करनैल हरियाणा के रहने वाले हैं। धर्मराज उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। एक अन्य आरोपी फरार है। तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। पुलिस उसे पकड़ने के लिए जुट गई थी।
कैसे घटी पूरी घटना?
बाबा सिद्दीकी सुबह 9.15 से 9.20 के बीच ऑफिस से निकले। इसके बाद वह ऑफिस के पास पटाखे फोड़ रहा था। इसी दौरान उन पर फायरिंग कर दी गई। अचानक कार में सवार तीन लोगों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस का कहना है कि फायरिंग में 9.9 एमएम पिस्टल का इस्तेमाल किया गया। सीने में गोली लगने के बाद बाबा सिद्दीकी गिर पड़े।