काशी विश्वनाथ धाम के दो किलोमीटर की परिधि में मीट-मांस की दुकानें नहीं खुल सकेंगी. इस बात को नगर निगम ने पहली ही साफ कर दिया था. नगर निगम ने बगैर लाइसेंस के धाम के दो किलोमीटर की परिधि में मीट-मांस की दुकानें तत्काल बंद कराने का निर्णय लिया है. बंद कराने के बाद मीट-मांस बेचने वाले दुकानों के खिलाफ निगम अब एफआइआर दर्ज करा रहा है अब 26 दुकानदारों के खिलाफ एफआईआर कराया जा रहा है.
दुकानदारों ने नोटिस की अनसुनी की
काशी विश्वनाथ मंदिर के दो किलोमीटर के दायरे में अब वाराणसी में मॉस मछली नहीं बेचीं जाएगी. ये बात नोटिस के जरिये नगर निगम ने साफ कर दिया था. नगर निगम ने 200 दुकानों को नोटिस जारी किया पर फिर भी जिन दुकानदारों ने नोटिस की अनसुनी की और बिक्री जारी रखी. अब ऐसे 26 दुकानदारों पर सम्बंधित थाने में एफआईआर दर्ज कराया जा रहा है.
भारी संख्या में श्रद्धालु बनारस आएंगे
वाराणसी के मेयर ने साफ कर दिया है की महाकुम्भ और भारी संख्या में श्रद्धालु बनारस आएंगे. माना जा रहा है की प्रयागराज के महाकुंभ में जितने श्रद्धालु आएंगे उनमे से 70 प्रतिशत काशी आएंगे. जिसे देखते हुए बाबा धाम के दो किलोमीटर के दायरे में मास मछली नहीं बेचे देने दिया जाएगा और जो भी आदेश नहीं मानेगा उन पर कार्रवाई होगी.
हमारी रोजी रोटी का सवाल है
दूसरी तरफ मास मछली बेचने वाले दुकानदार कहते है की हम पिछले तीस से चालीस साल से वहां बेचते आये है. अब हम कहां जाएंगे. 2017 तक हमारे पास लाइसेंस भी था जो खुद नगर निगम जारी करता था. उसके बाद जारी नहीं हुआ. अब मेयर से मिलने आए हैं. हमारी रोजी रोटी का सवाल है. हम क्या करेंगे और अभी तक ऐसा कोई शासन आदेश तो आया नहीं है, तो हमे दूसरा बाजार दिया जाए.