अमेरिका, यूरोप, चीन, जापान… भारत से क्‍या-क्‍या खरीद रही दुन‍िया, पहले से कैसे लिस्‍ट में फर्क?

नई दिल्‍ली: भारत के निर्यात में नए उत्पादों की धूम है। केले, घी, फर्नीचर, स्टेशनरी और सोलर पैनल जैसे सामानों का निर्यात तेजी से बढ़ा है। इंजीनियरिंग सामान, दवाइयां, रत्न-आभूषण और इलेक्ट्रॉनिक्स अभी भी निर्यात के मुख्य आधार हैं। लेकिन, नए उत्पाद भारत की अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में पकड़ मजबूत कर रहे हैं। पहले के मुकाबले यही बड़ा फर्क है। सरकार का लक्ष्य अगले कुछ सालों में अंतरराष्‍ट्रीय निर्यात में भारत की हिस्सेदारी 2.5% से बढ़ाकर 4-5% करना है। इसके लिए अमेरिका, मलेशिया, कनाडा, रूस, जर्मनी, फ्रांस, दक्षिण कोरिया, चीन, इंडोनेशिया, जापान, इटली, बेल्जियम और ब्रिटेन जैसे देशों को टारगेट किया जा रहा है। नवंबर में पेट्रोलियम उत्पाद, रत्न-आभूषण, लौह अयस्क, फल और सब्जियों के निर्यात में गिरावट के बाद नए उत्पादों पर फोकस किया जा रहा है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय का टारगेट वित्त वर्ष 2024-25 में माल और सेवाओं के निर्यात को 800 अरब डॉलर से अधिक करना है।

भारत सरकार 20 कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देना चाहती है। इनमें केला प्रमुख है। एक अधिकारी ने कहा, ‘केला उन 20 कृषि उत्पादों में से एक है जिन्हें हम बढ़ावा देना चाहते हैं। कारण है कि वैश्विक निर्यात में भारत की हिस्सेदारी अभी कम है।’ तरबूज, घी, अमरूद, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, भिंडी, लहसुन, प्याज और एल्कोहॉलिक पेय भी इस सूची में शामिल हैं। भारत अगले कुछ वर्षों में ग्‍लोबल निर्यात में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 4-5% करना चाहता है। अभी यह हिस्सेदारी 2.5% है।

यूरोप और अमेर‍िका में भारतीय सिंगल माल्ट व्हिस्की की मांग

भारतीय सिंगल माल्ट व्हिस्की की मांग यूरोपीय यूनियन, अमेरिका और सुदूर पूर्व में बढ़ी है। कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन एल्कोहॉलिक बेवरेज कंपनीज (CIABC) के महानिदेशक अनंत अय्यर के अनुसार, ‘भारतीय सिंगल माल्ट व्हिस्की की स्वीकृति यूरोपीय संघ, अमेरिका और सुदूर पूर्व में बढ़ रही है। मात्रा कम है, लेकिन ग्रोथ हो रही है।’

अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में एल्कोहॉलिक पेय पदार्थों का निर्यात सालाना आधार पर 8% बढ़ा। इसमें व्हिस्की का निर्यात 16% बढ़ा। एक अधिकारी ने बताया कि काली मिर्च जैसे कुछ मसालों के निर्यात में भी ग्रोथ देखी गई है।

PLI स्‍कीम का हुआ है फायदा

रजिस्टर और डायरी जैसे ऑफिस स्टेशनरी आइटम निकारागुआ, अल सल्वाडोर और साइप्रस में पसंद किए जा रहे हैं। भारत अब सोलर PV मॉड्यूल का छठा सबसे बड़ा निर्यातक है। 2013 में इस उत्पाद के वैश्विक निर्यात में भारत की हिस्सेदारी 0.4% थी, जो 2023 में बढ़कर 2.51% हो गई है। अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में भारत ने 711.95 मिलियन डॉलर के PV सेल निर्यात किए। इनमें से 96% अमेरिका को भेजे गए।

इंडिया एक्जिम बैंक की उप प्रबंध निदेशक दीपाली अग्रवाल ने कहा कि खिलौनों के निर्यात में अच्‍छी ग्रोथ जारी रहने की उम्मीद है। इलेक्ट्रॉनिक्स और इंजीनियरिंग सामान निर्यात के प्रमुख ड्राइवर बने रहेंगे। सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्‍कीम से इन क्षेत्रों को मदद मिल रही है।

नए बाजारों की तलाश में सरकार

पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन, गैर-तेल व्यापार और सेवाओं के निर्यात में मजबूती और वृद्धि से देश के समग्र निर्यात प्रदर्शन को रफ्तार मिलने की उम्मीद है। नए उत्पादों के अलावा सरकार नए बाजारों की भी तलाश कर रही है। आयरन ओर के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए फ्रांस, सऊदी अरब और केन्या जैसे देशों पर फोकस है। दवाओं और फार्मास्युटिकल्स के लिए लातविया, चाड और मोंटेनेग्रो को देखा जा रहा है, जबकि इंजीनियरिंग सामानों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए ग्रीस और क्रोएशिया पर नजर है। इसके अलावा, ग्वाटेमाला और मोरक्को भारत के सूती धागे के लिए उभरते हुए बाजार हैं।

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