जयपुर: राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने एक छोटे से जिले सांचौर में नगर परिषद आयुक्त के ठिकानों पर छापेमारी की उसके पास से इतनी संपत्ति मिली कि अफसरों की आंखें खुली की खुली रह गईं, एक साथ 9 शहरों में छापेमारी की गई और सभी शहरों में अकूत संपत्ति मिली अब परिवार को भी निशाने पर लिया गया है और सभी की जानकारी निकाली जा रही है। इस आयुक्त का नाम योगेश कुमार आचार्य है। उसके खिलाफ बड़ा केस बनाने की तैयारी चल रही है।
जयपुर, जोधपुर, सांचौर, सुमेरपुर, पाली समेत 9 शहरों में संपत्ति
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एडिशनल एसपी संदीप सारस्वत ने बताया कि हम शुक्रवार से ही तलाश कर रहे थे और यह तलाशी जारी है। योगेश के बारे में जानकारी मिली थी कि वह अवैध तरीकों से पैसा कमा रहा है। उसके बारे में और जानकारी जुटाई गई और अब खुलासे हो रहे हैं। उसके पास से जयपुर, जोधपुर, सांचौर, सुमेरपुर, पाली समेत नौ शहरों में संपत्ति मिली है। उसके घर से ही 22 लाख रुपए नकद मिले हैं।
करोड़ों की जमीन और हर शहर में एक फ्लैट
पाली जिले में बांध के पास 28 बीघा जमीन, इस जमीन की कीमत करोड़ों में है। सुमेरपुर इलाके में लग्जरी फार्म हाउस मिला है। उसके पास से सात मकान और लग्जरी फ्लैट के कागजात मिले हैं। यह जमीन और मकान जयपुर, जोधपुर और बाड़मेर जैसे बड़े शहरों में हैं। उसके पास से चार लग्जरी कारें मिली हैं, जिनकी कीमत करीब सवा करोड़ रुपए है। सोने से जड़ा एक खास तरह का मोबाइल मिला है। करीब चालीस महंगी घड़ियां मिली हैं, जिनकी कीमत लाखों में है। उसकी बेटी अमेरिका में पढ़ रही है, जिसकी पढ़ाई पर अब तक करीब एक करोड़ खर्च हो चुके हैं। बड़ी बात यह है कि उसे पिछले महीने ही नगर परिषद का कार्यवाहक आयुक्त बनाया गया है।
कई बैंकों में खोले गए हैं ज्वैलरी लॉकर
एसीबी डीजी डॉ। रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि अब योगेश आचार्य के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज होने जा रहा है। उसके परिवार के सदस्य भी निशाने पर हैं। आज उसके कई लॉकर खोले जाने हैं। जानकारी मिली है कि उसने राजूराम और चूनाराम नामक दो व्यक्तियों के नाम पर कई बेनामी संपत्तियां खरीदी हैं।