UPI Lite : सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने UPI लाइट में बड़ा बदलाव किया है। ये एक बदलाव बदल देगा UPI Lite की किस्मत, गांवों में यूपीआई लाइट का इस्तेमाल बढ़ेगा। क्या हुआ बदलाव, इससे ग्राहकों को क्या फायदा होगा।
नई दिल्ली। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने यूपीआई लाइट को जटिल मामला बना दिया है। इससे उपभोक्ताओं का रुझान यूपीआई लाइट की ओर बढ़ेगा। ग्रामीण इलाकों में यूपीआई लाइट का इस्तेमाल बढ़ेगा। यूपीआई लाइट सुरक्षा, विश्वास और सुपरफास्ट की त्रिमूर्ति पर छलांग लगाएगा। इसलिए UPI Lite में बदलाव किया गया है। इससे ग्राहकों का दर्द कम हो जाएगा। उन्हें यूपीआई लाइट के लिए बार-बार पैसे जमा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
पैसा अपने आप इकट्ठा हो जाएगा
यूपीआई लाइट में यह बदलाव कम से कम कहने को तो मामूली लगता है। लेकिन भविष्य में इसका बड़ा असर देखने को मिलेगा। अगर यूपीआई लाइट में पैसे कम हो जाएंगे तो वह अपने आप क्रेडिट हो जाएंगे। बेशक उससे पहले आपकी इजाज़त ली जाएगी। आरबीआई के इस बदलाव से बार-बार पैसा जमा करने की परेशानी कम हो जाएगी। यदि शेष राशि कम हो जाती है, तो पैसा डेबिट कार्ड के माध्यम से लाइट में जमा किया जाएगा। यह रकम 500 रुपये से भी कम होगी।
बैठक में एक निर्णय लिया गया
यूपीआई लाइट के बढ़ते इस्तेमाल को देखकर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इसमें बदलाव का फैसला किया। यह ई-जनादेश ढांचे के तहत बदल जाएगा। यदि वॉलेट में पैसा एक निश्चित राशि से कम हो जाता है, तो यह राशि अपने आप बढ़ जाएगी। यदि राशि न्यूनतम सीमा से कम हो जाती है, तो एक स्वचालित वृद्धि चेतावनी दिखाई देगी। इस पर क्लिक करते ही रकम वॉलेट में क्रेडिट हो जाएगी। यह सेवा स्वचालित रूप से प्रारंभ नहीं होगी। यूजर को यह सेवा शुरू करनी होगी।
यूपीआई लाइट क्या है?
UPI लाइट को सितंबर 2022 में पेश किया गया था। पिछले कुछ वर्षों में UPI लेनदेन में जबरदस्त वृद्धि हुई है। रेहड़ी-पटरी वालों से लेकर बड़े व्यापारियों तक के पास UPI है। यह प्रतिदिन बड़ी मात्रा में टर्नओवर उत्पन्न करता है। आरबीआई ने छोटी रकम के लिए यूपीआई लाइट की शुरुआत की। नागरिकों ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। एक ग्राहक यूपीआई लाइट के जरिए कम से कम 500 रुपये का भुगतान कर सकता है। इस रकम तक का लेन-देन किया जा सकता है।