Bahraich News: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से एक बेहद हैरान परेशान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक महिला एक ही आधार नंबर पर अलग अलग नाम से सरकारी योजनाओं का लाभ ले रही थी. ये चौंका देने वाली घटना ग्राम पंचायत रौंदोपुर की है. जांच-पड़ताल में जब इसका खुलासा हुआ तो हड़कंप मच गया. फिलहाल, डीडीए अधिकारी ने बजट की रिकवरी के निर्देश दिए हैं.
सामने आया भ्रष्टाचार
दरअसल, पूरा मामला प्रधानमंत्री आवास में हेरा फेरी का है. आरोप है कि फखरपुर विकास खंड के ग्राम पंचायत रौंदोपुर में ग्राम प्रधान ने पंचायत सचिव के साथ मिलकर ये हेर फेर किया है. इसके तहत सचिव ने अपने परिवार के दो सगे भाइयों की अपात्र पत्नियों को पीएम आवास योजना का लाभ दिलाया है. लेकिन कहते हैं ना कि झूठ कभी छिपता नहीं तो वही हुआ, इस मामले की शिकायत उनके पड़ोसी ने जिले के डीआरडीए में कर दी, जिसमें जांच में दोनों महिलाएं अपात्र पाई गईं. ऐसे में जब छानबीन और गहरी हुई तो इससे भी बड़ा भ्रष्टाचार निकलकर सामने आया जिसने सभी को हैरत में डाल दिया.
ऐश काट रही थी महिला
इसमें दो महिलाओं में से एक की आधार कार्ड में हेरा-फेरी कर उसका नाम बदल दिया गया, जबकि वह महिला अपने पुराने नाम पर पीएम किसान सम्मान निधि सहित पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना का लाभ लेती मिली. यानी कि एक ही आधार नंबर पर दो अलग अलग नाम से भ्रष्टाचार कर सरकारी योजनाओं का लाभ लिया जा रहा था.
मामले पर क्या हुआ एक्शन
इस मामले की सच्चाई सामने आते ही पीडी ने एक्शन लिया और दोनों आवास के लाभार्थियों को आवास के लिए अपात्र घोषित कर दिया. साथ ही दोनों को सरकारी धन की रिकवरी के लिए नोटिस जारी किया गया है. हद तो तब हो गई जब ब्लॉक के बीडीओ भ्रष्टाचार पर पंचायत सचिव व लाभार्थी पर विधिक कार्रवाई कराने के बजाय आवास के धन की रिकवरी रोकने के लिए पीडी को मामले पर पुनर्विचार करने के लिए पत्र जारी कर रहे हैं. इतना ही नहीं और पंचायत सेक्रेट्री को कार्रवाई से रोकने के लिए जिले के आला अफसरों की गणेश परिक्रमा करते दिखाई पड़ रहे हैं. हालांकि, डीएम ने ग्राम पंचायत अधिकारी को निलम्बित कर दिया है. जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि मामले की जांच जारी है, जो भी दोषी होगा उसके ऊपर विधिक कार्रवाई की जाएगी.
ऐसे रचा पूरा खेल
बता दें कि फखरपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत रौंदोपुर के मजरा सुआगाड़ा में वित्तीय वर्ष 2022-23 में ग्राम पंचायत सचिव रौंदोपुर रीता पाल ने ग्राम प्रधान से सांठ-गांठ बिठाई. इसके बाद उनके ही परिवार से जुड़े दो सगे भाइयों की पत्नियों उमा देवी पत्नी चन्द्र प्रकाश व ज्ञानवती पत्नी रमा शंकर को आवास दे दिया. जबकि दो लाभार्थी आवास की पात्रता के पैरामीटर में कहीं से भी फिट नहीं थे.
आधार में की छेड़छाड़
पंचायत सचिव रीता पाल ने प्रधान के साथ मिलकर कृष्णा कुमारी पत्नी रमा शंकर को जो ग्राम पंचायत रौंदोपुर के आधार में छेड़छाड़ कर ज्ञानवती पत्नी रमाशंकर बना कर प्रधानमंत्री आवास दे दिया. जबकि ज्ञानवती का नाम राजस्व अभिलेखों में कृष्णा कुमारी पत्नी रमा शंकर के नाम पर दर्ज है और वह कृष्णा कुमारी के नाम से केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना किसान सम्मान निधि की सभी किस्तों का लगातार लाभ उठाती रही है और तो और कृष्णा कुमारी पत्नी रमा शंकर प्रधान मंत्री मुफ्त राशन योजना का भी लाभ ले रही हैं.