वाशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तारीफ की और उन्हें अपना प्रिय मित्र बताया। आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप ने कहा कि पेनसिल्वेनिया में एक रैली में उन पर हुए जानलेवा हमले के बाद चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने उन्हें एक प्यारा पत्र लिखा था। वहीं, ट्रंप का शी के प्रति प्रेम भारत के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है।
शी जिनपिंग ने ट्रंप को लिखा पत्र
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि पेनसिल्वेनिया में एक चुनावी रैली के दौरान एक बंदूकधारी ने पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप पर कई गोलियां चलाईं। इस हमले में एक गोली ट्रंप के दाहिने कान को छूती हुई निकल गई, जबकि रैली में शामिल एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हमले के एक हफ्ते बाद ट्रंप ने शनिवार को मिशिगन के ग्रैंड रैपिड्स में एक चुनावी रैली में कहा, “राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध रहे हैं और वह एक बेहतरीन व्यक्ति हैं।” पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन पर हुए हमले के बाद अगले दिन शी ने मुझे एक प्यारा पत्र लिखा था। ट्रंप ने कहा कि उन्हें अन्य नेताओं से भी इसी तरह के पत्र मिले हैं।
ट्रंप ने कहा चीन से अच्छे संबंध
पूर्व राष्ट्रपति ने यह नहीं बताया कि हमले के बाद किन अन्य नेताओं ने उनसे संपर्क किया। उन्होंने हमले के बाद अपनी पहली चुनावी रैली में कहा कि उनमें से कई को यह पसंद नहीं आया कि मैं उनके साथ क्या कर रहा हूं। लेकिन वे भी जानते थे कि यह समय की मांग थी। अब खेल खत्म हो गया, है न? यह समय की मांग थी। लगभग सभी ने मुझे पत्र लिखे। अब मेरे उन सभी के साथ अच्छे संबंध हैं। यह अच्छी बात है। ट्रंप लंबे समय से दावा कर रहे हैं कि उनके शी के साथ मधुर संबंध हैं।
ट्रंप को चीन से कोई खतरा नहीं
ट्रंप ने यह भी कहा कि उनके उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के साथ भी अच्छे संबंध हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया संगठन कई बार कहते थे कि उनके किम जोंग उन के साथ अच्छे संबंध हैं, उत्तर कोरिया के पास बहुत सारे परमाणु हथियार हैं। मेरे उनके साथ अच्छे संबंध थे। यह अच्छी बात है। आपके पास कभी कोई खतरा नहीं था क्योंकि मैं राष्ट्रपति था। किसी के साथ अच्छे संबंध होना अच्छी बात है, बुरी बात नहीं।
भारत के लिए यह समस्या क्यों है?
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी और डोनाल्ड ट्रंप एक-दूसरे को अपना दोस्त मानते हैं। भारत को भी उम्मीद है कि अगर डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के अगले राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो चीन और भारत के बीच विवाद में भारत को उनका समर्थन और सहयोग मिलेगा। लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने जिस तरह से चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तारीफ की है, वह भारत के लिए चिंता की बात जरूर है। हालांकि ट्रंप ने कहा कि वह व्यापार में चीन के साथ सख्ती बरतेंगे।