- सुरक्षा और शांति के दावे की खुली पोल, छह जवान घायल
- पानी के लिए गांव में हथियार लेकर घुसे आतंकी, स्थानीय लोगों ने की फायरिंग, एक नागरिक घायल
- आतंकियों के पास से पाकिस्तानी चॉकलेट-दवाइयां और अमेरिकी राइफल समेत अन्य हथियार मिले थे
- कठुआ DIG और SP की गाड़ी पर आतंकियों ने की अंधाधुंध फायरिंग, कोई हताहत नहीं।
कठुआ: जम्मू-कश्मीर में पिछले 72 घंटों में तीन आतंकी हमले हुए हैं। इन हमलों में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया जबकि छह जवान घायल हो गए। वहीं कठुआ में सेना के ऑपरेशन में दो आतंकी भी मारे गए। अभी दो दिन पहले ही वैष्णोदेवी से लौट रहे श्रद्धालुओं की बस पर हुए हमले में 10 लोगों की जान चली गई थी, जिसमें 72 घंटे में हुए तीन बड़े आतंकी हमलों ने जम्मू-कश्मीर में शांति और सुरक्षा के दावे की पोल खोल दी है। वहीं, सुरक्षा एजेंसियों पर भी सवाल उठने लगे हैं।
मंगलवार सुबह आठ बजे आतंकी हमला हुआ
कठुआ के हीरानगर के सैदा सुखल गांव में मंगलवार सुबह आठ बजे आतंकी हमला हुआ। इस गांव में आतंकी लोगों के घरों में हथियार लेकर पहुंच गए, जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया तो आतंकियों ने उन पर फायरिंग कर दी, जिसमें एक नागरिक घायल हो गया। जिसके बाद सेना की ओर से सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें दो आतंकियों को मार गिराया गया। हालांकि इस ऑपरेशन के दौरान सीआरपीएफ का एक जवान कबीर दास शहीद हो गए। आतंकियों के पास से हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है।
आतंकियों ने सेना की एक चौकी पर किया हमला
आतंकियों के पास से पाकिस्तान निर्मित चॉकलेट, ब्रेड, दवाइयां, इंजेक्शन, 1 सिरिंज, 1 एंटीना, हैंड ग्रेनेड आदि बरामद किए गए। देर रात तक दो सैन्य कार्रवाई चलती रही। इसी दौरान आतंकियों ने सेना की एक चौकी पर हमला कर दिया, जिसमें पांच जवान और एक विशेष पुलिस अधिकारी एसपीओ भी घायल हो गए। यह हमला रियासी में वैष्णोदेवी से लौट रहे तीर्थयात्रियों की बस पर हमले में 10 लोगों की मौत के दो दिन बाद हुआ है। जम्मू जोन के एडिशनल डीजीपी आनंद जैन ने बताया कि देर रात डोडा इलाके में पुलिस और सेना की राष्ट्रीय राइफल के काफिले की संयुक्त पार्टी पर हमला हुआ।
कठुआ हमले में शामिल दो आतंकवादियों को मार गिराया गया
कठुआ हमले में शामिल दो आतंकवादियों को मार गिराया गया, एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा जंगल में भाग गया, जिसे सुबह साफ कर दिया गया। आतंकी के पास से अमेरिका निर्मित एम4 असॉल्ट राइफल बरामद की गई है। आतंकी गांव के लोगों से पानी मांग रहे थे, इसी दौरान गांव के लोगों ने पुलिस को अलर्ट कर दिया। जिसके चलते इन दोनों आतंकियों को मार गिराने में सफलता मिली। हालाँकि, इस ऑपरेशन के दौरान एक जवान शहीद हो गया और छह अन्य घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। ऑपरेशन के दौरान एक आतंकी ने सांबा रेंज के अधिकारी डीआइजी सुनील गुप्ता, कठुआ एसपी अनायत अली चौधरी की गाड़ी पर फायरिंग कर दी। आतंकवादी ने कई गोलियाँ चलाईं, लेकिन अधिकारी बमुश्किल बच निकले। जिसके बाद इस आतंकी को ढूंढकर मार गिराया गया।
तोइबा-जैश द्वारा PoK में हमले की साजिश की खबरें
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों का जल्द ही ऐलान हो सकता है। ऐसे में आतंकी हमले शुरू हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ हो सकता है और हमले की साजिश पीओके में रची गई थी। तीन महीने पहले लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद नाम के आतंकी संगठनों ने पीओके में यह साजिश रची थी। ऐसी भी खबरें थीं कि वैष्णोदेवी से लौट रही बस पर हमले के पीछे तोइबा का हाथ था। हमले की जांच एनआईए कर रही है। जिसमें कुछ स्थानीय ओवर ग्राउंडर वर्करों के भी शामिल होने की आशंका है। 2021 से अब तक राजौरी और पुंछ जिलों में आतंकी हमलों में 38 जवान शहीद हो चुके हैं, जबकि 11 नागरिक भी मारे गए हैं।