सावन मास, हिंदू पंचांग का पांचवां महीना, भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा के लिए समर्पित है। इस साल, सावन मास 14 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त तक चलेगा। इस पवित्र महीने का आरंभ सोमवार से हो रहा है, जो इसे और भी खास बनाता है।
सावन के पहले दिन का महत्व
- सोमवार को भगवान शिव की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
- सावन के पहले सोमवार को भगवान शिव का अभिषेक करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं।
- इस दिन गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद आदि से भगवान शिव का अभिषेक कर, बेलपत्र, धतूरा, चंदन, कमल का फूल आदि अर्पित करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
- सावन के पहले सोमवार को व्रत रखने से कुंडली में मौजूद ग्रहों के दोष दूर होते हैं और अविवाहित कन्याओं को शीघ्र विवाह का वरदान मिलता है।
सावन मास के कुछ प्रमुख योग और मुहूर्त
- 25 जुलाई, मंगलवार: मंगला गौरी व्रत
- 28 जुलाई, शुक्रवार: हरियाली अमावस्या
- 7 अगस्त, सोमवार: शिवरात्रि
- 11 अगस्त, शुक्रवार: कजरी व्रत
- 12 अगस्त, शनिवार: नाग पंचमी
सावन मास का महत्व
- सावन मास भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा के लिए सबसे उत्तम महीना माना जाता है।
- इस महीने में भगवान शिव की पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
- सावन मास में सोमवार का व्रत रखने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
- इस महीने में कन्यादान, विवाह, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य करना भी बहुत शुभ माना जाता है।
सावन मास में कुछ खास बातें
- सावन मास में मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इस महीने में ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
- सावन मास में दान-पुण्य करने से पुण्य प्राप्त होता है।
- इस महीने में शिव मंदिरों में जलाभिषेक करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।
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