लखनऊ। सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने यूपी राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया है। इसे लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की पत्नी के साथ आयोग पहुंची अपर्णा ने कार्यभार संभालने के बाद मीडिया से बातचीत में अपनी नाराजगी की चर्चाओं पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा कि मैं नाराज नहीं हूं। संगठन और सरकार ने मुझे बड़ी जिम्मेदारी दी है।
पदभार संभालने में हो रही देरी पर अपर्णा ने कहा कि वह सही समय का इंतजार कर रही थीं, आज राधाष्टमी है, इसलिए उन्होंने आज ही कार्यभार संभालने का फैसला किया था। बता दें कि सरकार ने तीन सितंबर को ही राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष और अपर्णा समेत दो उपाध्यक्षों की नियुक्ति कर दी थी। अध्यक्ष बबीता चौहान और दूसरी उपाध्यक्ष चारू चौधरी ने कार्यभार संभाल लिया था, लेकिन जब अपर्णा ने कार्यभार नहीं संभाला तो उनकी नाराजगी की चर्चाएं शुरू हो गई थीं।
मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए अपर्णा ने अपनी नाराजगी की चर्चाओं को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ अपने कुछ विचार रखे थे। परिवार में अपने विचार व्यक्त करने को नाराजगी के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। भाजपा को बड़ा परिवार बताते हुए उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी है। पहले मैं एकलव्य की तरह अपने काम में जुटी थी, अब संगठन के शीर्ष सदस्यों के मार्गदर्शन के बाद अर्जुन की तरह अपने लक्ष्य को हासिल करूंगी।
महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए काम करूंगी
अपर्णा ने कहा कि राज्य महिला आयोग एक बड़ा मंच है। इसके जरिए हम महिलाओं के खिलाफ आपराधिक मामलों में न्याय दिलाने के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने पहले भी महिलाओं के लिए काफी काम किया है। एंटी रेप कानून पर भी काम किया है। मैंने सड़कों पर महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी है और उनकी आवाज उठाई है। वहीं अपर्णा के साथ आईं नम्रता पाठक ने कहा कि उपाध्यक्ष का पद कोई छोटा पद नहीं है, महिलाओं के लिए काम करने का संकल्प बड़ा है।