उत्तर प्रदेश के संभल जिले की शाही जामा मस्जिद इन दिनों विवादों में है। जामा मस्जिद के सर्वे का मामला सुप्रीम कोर्ट में है, और आज इस मामले की सुनवाई होगी। इसके अलावा, चंदौसी स्थित न्यायालय में भी इस संबंध में सुनवाई की जाएगी। खास बात यह है कि आज शुक्रवार को जुमे की नमाज भी अदा की जाएगी, और हिंसा के बाद यह पहला जुमा है। इस कारण जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है, और सीडीओ समेत जिले के कई अधिकारी सुरक्षा के लिए मौके पर तैनात हैं।
हिंसा का घटनाक्रम
पांच दिन पहले, 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वे के लिए प्रशासन की टीम पहुंची थी, जिसके बाद कोटगर्बी मोहल्ले में हिंसा भड़क उठी। इस दौरान जमकर पथराव, आगजनी और गोलीबारी हुई, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई और 19 पुलिसकर्मी और अधिकारी घायल हो गए। इस हिंसा के बाद आज पहला जुमा होने के कारण पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है, ताकि शांति बनी रहे।
सुरक्षा के इंतजाम
संभल के कलेक्टर डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने जिले के विभिन्न अधिकारियों को 18 स्थानों पर तैनात किया है। इन अधिकारियों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि जुमे की नमाज के वक्त मस्जिदों में जाने वाले लोगों की संख्या पर नजर रखें और किसी भी प्रकार के असामाजिक तत्वों को पहचानकर रोकें। इसके अलावा, अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि किसी को अनावश्यक परेशान न किया जाए।
शांति बनाए रखने के प्रयास
मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि जुमे की नमाज को लेकर पुलिस बल के साथ पैदल मार्च निकाला गया और शांति समितियों, मस्जिदों के मौलवियों और स्थानीय लोगों के साथ बैठक की गई। उन्होंने कहा कि सभी तैयारियां पूरी की गई हैं और नमाज शांतिपूर्वक अदा की जाएगी। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि लोग अपनी-अपनी मस्जिदों में नमाज अदा करें, और संभल के संवेदनशील इलाकों में कड़ी सुरक्षा बरती जा रही है। सोशल मीडिया पर भी प्रशासन की कड़ी नजर है।
इस समय संभल जिले में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी है, ताकि किसी भी प्रकार की हिंसा या अप्रिय घटना से बचा जा सके।