Quick कॉमर्स कंपनी Zepto ने 350 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाए, भारतीय निवेशकों का जबरदस्त सपोर्ट

भारत में तेजी से बढ़ती क्विक कॉमर्स कंपनी Zepto ने हाल ही में 350 मिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 2,900 करोड़ रुपये) की फंडिंग जुटाई है। यह राउंड पूरी तरह से भारतीय निवेशकों द्वारा किया गया, जिससे भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक नया अध्याय जुड़ा है। कंपनी ने इस सफलता का श्रेय भारतीय निवेशकों की बढ़ती प्रतिबद्धता को दिया है, जो अब अपने देश में उभरते स्टार्टअप्स का समर्थन करने के लिए अधिक तैयार हैं।

कंपनी की फंडिंग में भारतीय दिग्गजों की भागीदारी

Zepto की इस फंडिंग राउंड में कई प्रमुख भारतीय निवेशकों और पारिवारिक कार्यालयों ने भाग लिया। इनमें मोतीलाल ओसवाल के निजी संपत्ति प्रभाग, मैनकाइंड फार्मा के परिवार, हल्दीराम स्नैक्स और तापड़िया फैमिली ऑफिस जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों के परिवारों के अलावा, बॉलीवुड के सुपरस्टार अभिषेक बच्चन और क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज नाम भी शामिल हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि भारतीय निवेशक अब घरेलू स्टार्टअप्स में भरोसा कर रहे हैं और उनका समर्थन करने को तत्पर हैं।

एक बदलाव की ओर अग्रसर भारतीय निवेशक

Zepto का यह राउंड भारतीय निवेशकों के लिए एक नई शुरुआत की तरह है। कंपनी ने कहा कि पहले भारत में जोखिम उठाने की क्षमता कम थी, खासकर युवा निवेशकों के बीच। लेकिन अब यह स्थिति बदल चुकी है। आदित पालीचा, Zepto के CEO और सह-संस्थापक ने इस सफलता को एक ऐतिहासिक मोड़ के रूप में देखा। उनका मानना है कि यह फंडिंग आने वाले स्टार्टअप्स के लिए एक मिसाल साबित होगी, जो भारतीय निवेशकों द्वारा घरेलू बाजार में किए गए बड़े निवेशों की दिशा को स्पष्ट करेगी।

क्विक कॉमर्स में बढ़ती संभावनाएं

Zepto, जो कि भारतीय बाजार में त्वरित डिलीवरी सर्विसेज का प्रमुख खिलाड़ी बन चुका है, ने अपनी सर्विस के जरिए भारतीय उपभोक्ताओं को बेहद कम समय में उत्पाद डिलीवरी की सुविधा प्रदान की है। कंपनी के लिए इस तरह की फंडिंग प्राप्त करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे न सिर्फ उनकी सेवाओं का विस्तार होगा, बल्कि भारत में बदलते उपभोक्ता रुझानों को ध्यान में रखते हुए Zepto को ज्यादा विस्तार करने में मदद मिलेगी।

मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ के एमडी और CEO आशीष शंकर ने कहा कि वे डिजिटल व्यवसायों के भविष्य में गहरी आस्था रखते हैं, खासकर उन कंपनियों में जो “फ्री कैश फ्लो पावरहाउस” बनने की क्षमता रखती हैं, जैसे Zepto। उनका मानना है कि इस कंपनी की वृद्धि को देखते हुए, यह निवेश आने वाले समय में फायदेमंद साबित होगा।

भारत में स्टार्टअप्स का सुनहरा भविष्य

Zepto की सफलता यह दर्शाती है कि भारत में स्टार्टअप्स के लिए निवेश की भावना अब बहुत मजबूत हो चुकी है। भारतीय निवेशक अब अपनी परंपरागत निवेश रणनीतियों से आगे बढ़कर तकनीकी और डिजिटल व्यवसायों में निवेश करने के लिए तैयार हैं। साथ ही, यह स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने का एक बड़ा कदम है, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था और स्टार्टअप्स का भविष्य और भी उज्जवल हो सकता है।

आने वाले समय में जब और भी स्टार्टअप्स इस दिशा में कदम बढ़ाएंगे, तो Zepto की सफलता निश्चित रूप से एक प्रेरणा बनेगी। यह भारतीय निवेशकों की शक्ति और उनकी क्षमता का स्पष्ट उदाहरण है, जो अब अधिकतम निवेश करने और भारतीय बाजार में उभरती कंपनियों का समर्थन करने के लिए तैयार हैं।

निष्कर्ष

Zepto द्वारा जुटाई गई 350 मिलियन डॉलर की फंडिंग भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह न सिर्फ कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि पूरे भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है। भारतीय निवेशकों का बढ़ता समर्थन और विश्वास आने वाले समय में भारत में और अधिक क्रांतिकारी बदलाव लाने में मदद करेगा।

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