पेरिस ओलंपिक: भारत को पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर से पदक की उम्मीद थी। लेकिन वह एक अंक से पीछे रह गईं और पदक जीतने से भी चूक गईं। शूटिंग में मनु महिलाओं की 50 मीटर पिस्टल में 28 अंकों के साथ चौथे स्थान पर रहीं। कोरिया की यांग जिन 37 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहीं। फ्रांस की कैमिली दूसरे स्थान पर रहीं। उन्हें भी 37 अंक मिले।
जबकि हंगरी की विरोनिका मेजर ने 31 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहते हुए कांस्य पदक जीता। मनु टॉप-4 में पहुंच गईं। यह भी बड़ी उपलब्धि है। वह आखिरी गेम में अच्छा स्कोर नहीं कर पाईं और हंगरी की शूटर ने उन्हें पीछे छोड़ दिया।
फाइनल के बाद बोलीं मनु भाकर
मनु भाकर ने कहा कि मैं बहुत नर्वस थी। मुझे अगला मौका मिलेगा, चौथा स्थान बहुत अच्छा नहीं है। मैं फोन भी नहीं देख रही हूं। मैं लंच नहीं कर पाई। मैं लंच करना चाहती हूं। अब फ्री हूं तो खाना खाऊंगी, लंच आराम से करूंगी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का शुक्रिया अदा किया। मनु ने अपनी मां से कहा कि आपने मेरे लिए बहुत त्याग किया है, मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं।
You made India Proud! 🇮🇳
By breaking a 12-year Olympic drought in her sport 🫶🏻
By becoming the first to win multiple medals for independent India in a single edition! ❤️
Thank you Manu Bhaker! 🫶🏻#OlympicsOnJioCinema #OlympicsOnSports18 #JioCinemaSports #Cheer4Bharat… pic.twitter.com/SdcHxOErGM
— JioCinema (@JioCinema) August 3, 2024
बेटी हो तो मनु जैसी हो
चौथे स्थान पर आने के बाद मनु की मां ने कहा कि हर माता-पिता मनु जैसी बेटी चाहेंगे। मैं अपनी बेटी के लिए बहुत खुश हूं। एक मां ही सोच सकती है कि उसे कितनी खुशी होगी। वहीं पिता ने कहा कि मनु तुमने जो किया है, शायद ही कोई कर पाएगा। खेल में हार-जीत लगी रहती है, लेकिन तुमने हिम्मत दिखाई है।