- सुप्रीम कोर्ट ने NEET रद्द करने को लेकर केंद्र सरकार और NTA को नोटिस जारी किया
- नीट 2024 के पेपर ट्रांसपोर्टेशन के दौरान लीक होने का दावा: छात्रों ने परीक्षा दोबारा कराने के लिए दो महीने की मांग की
- आरोपी अमित आनंद पर आरोप है कि उसने बीते दिन नीट का पेपर सॉल्व कर स्टूडेंट्स को उत्तर दिया था
नई दिल्ली। जैसे ही NEET UG 2024 के नतीजे घोषित हुए, छात्रों और विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों ने NEET में व्यापक कदाचार और पेपर लीक के आरोप लगाए। नीट मुद्दे पर हर दिन नए खुलासे सामने आ रहे हैं। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने NEET पेपर लीक मामले में अब तक कुछ छात्रों समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में करीब सात आरोपियों ने दावा किया है कि उन्हें एक दिन पहले ही नीट का पेपर मिला था और उसका उत्तर सेफ हाउस में छिपा दिया गया था। इन अनियमितताओं को देखते हुए छात्रों का कहना है कि उन्हें अब परीक्षा आयोजित करने वाली एनटीए पर कोई भरोसा नहीं है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने NEET रद्द करने को लेकर केंद्र सरकार और NTA को नोटिस जारी किया है।
सिकंदर ने नीट पेपर को लीक कर पूरे घोटाले को अंजाम दिया
बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा नीट पेपर लीक मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए 13 आरोपियों में से सात ने स्वीकार किया है कि सिकंदर ने नीट पेपर क्रैक कर पूरे घोटाले को अंजाम दिया था। बिहार पुलिस की जांच से पता चला कि प्रश्नपत्र विभिन्न राज्यों में एनटीए के नोडल स्थानों में प्रिंटिंग कंपनियों से एकत्र किए गए थे, जहां से उन्हें स्थानीय बैंकों को भेजा गया था। इसके बाद परीक्षा केंद्रों पर पहले भेजा गया।
सूत्रों के मुताबिक, NEET-UG प्रश्नपत्रों के परिवहन में शामिल एजेंसियों के कर्मचारियों ने परिवहन के दौरान पेपर लीक कर दिया। आरोपी अमित आनंद ने ट्रांसपोर्टेशन के दौरान पेपर हासिल किया और मुख्य आरोपी सिकंदर के साथ मिलकर इस घोटाले को अंजाम दिया। पुलिस की जांच में पता चला है कि अमित आनंद नीट पेपर सॉल्वर है, जिसने परीक्षा से एक दिन पहले छात्रों को सभी प्रश्नों के उत्तर दे दिए थे। आरोपी अमित आनंद खुद एक एजुकेशन कंसल्टेंसी चलाता था।
देशभर में नीट परीक्षा को लेकर सुनवाई 8 जुलाई को
इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को NEET-UG 2024 को रद्द करने की मांग वाली कई याचिकाओं पर सुनवाई के बाद केंद्र सरकार, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) और अन्य को नोटिस जारी किया। इस याचिका में छात्रों ने NEET को रद्द करने समेत सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की है। इसके साथ ही जस्टिस विक्रमनाथ और एसवीएन भाटी ने पेपर लीक के दावों को लेकर विभिन्न हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर रोक लगा दी है। देशभर में नीट को लेकर सभी याचिकाओं पर सुनवाई 8 जुलाई को तय की गई है। NEET के मुद्दे पर जहां सुप्रीम कोर्ट में कई अर्जियां लगाई जा रही हैं, वहीं गुरुवार को 20 से ज्यादा छात्रों की ओर से एक अर्जी दाखिल कर NEET 2024 को रद्द करने की मांग की गई है।
दूसरी ओर, छात्र व्यापक अनियमितताओं, पेपर लीक और ग्रेस मार्क्स से मेरिट सूची में तेज उछाल जैसे मुद्दों के मद्देनजर NEET-UG 2024 परीक्षा को ही रद्द करने की मांग कर रहे हैं। पेपर लीक और अन्य अनियमितताओं की व्यापक रिपोर्टों के बाद, अधिकांश छात्रों का कहना है कि उन्हें अब परीक्षा आयोजित करने वाली राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) पर भरोसा नहीं है।
छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट से नीट में गड़बड़ी और पेपर लीक की जांच की भी सीबीआई जांच की मांग की है। एक छात्र ने कहा, आप एक खराब पत्ता हटाकर किसी क्षतिग्रस्त पेड़ को सुधार नहीं सकते। तुम्हें पूरा पेड़ उखाड़ना है। देश में कहां-कहां नीट में गड़बड़ी और पेपर लीक हो रहे हैं, इसकी हमें कोई जानकारी नहीं है। इसके अलावा छात्रों ने दोबारा परीक्षा कराने के लिए एक से दो महीने का समय भी मांगा है।
एक रात पहले पेपर मिला, उत्तर मिले लेकिन खराब अंक मिले
पटना: नीट पेपर लीक मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा गिरफ्तार किए गए छात्र सिकंदर ने दावा किया कि उसे एक दिन पहले ही पेपर मिला था। परीक्षा में शत-प्रतिशत एक जैसे प्रश्न पूछे गए। उसे सारे उत्तर याद हो गये थे। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों में चार छात्र भी शामिल हैं। पेपर जल्दी मिल गया और सभी उत्तर अच्छे आने के बावजूद इन छात्रों का रिजल्ट खराब रहा। अनुराग यादव को कुल 720 में से 185 अंक मिले। उनका कुल परसेंटाइल 54।85 फीसदी रहा। अनुराग को फिजिक्स में 85।8 परसेंटाइल और बायोलॉजी में 51 परसेंटाइल मिले हैं। लेकिन केमिस्ट्री में सिर्फ पांच परसेंटाइल मिला। इसी तरह आयुष राज को 700 में से 300 अंक मिले हैं। अभिषेक को 581 अंक और शिवनंदन कुमार को 583 अंक मिले हैं।
NEET विवाद में कोई लीपापोती नहीं होगी, मैं जिम्मेदारी लेता हूं: धर्मेंद्र प्रधान
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) की संरचना, कामकाज, सुरक्षा प्रोटोकॉल को और बेहतर बनाने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति की सिफारिश की जाएगी। हम ‘शून्य त्रुटि’ परीक्षण के लिए प्रतिबद्ध हैं। छात्र देश का भविष्य हैं। हम राजनीतिक दलों से अपील करते हैं कि वे अफवाहें न फैलाएं।’ इस मामले में राजनीति नहीं की जानी चाहिए। सरकार किसी भी सुधार के लिए तैयार है। हालांकि, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जोर देकर कहा कि NEET रद्द नहीं किया जाएगा। छात्रों का हित हमारी प्राथमिकता है। इससे किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जाएगा। नीट मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम लगातार बिहार सरकार के संपर्क में हैं। मैं नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं कि हम शून्य त्रुटि परीक्षण के लिए प्रतिबद्ध हैं।