मणिपुर। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के काफिले पर हमले की चौंकाने वाली घटना सामने आई है। सुरक्षा गार्ड कल के कार्यक्रम की तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए जिरीबाम गए थे। इसी दौरान कुछ उग्रवादियों ने उनके काफिले पर हमला कर दिया। जानकारी सामने आ रही है कि इस हमले में दो जवान घायल हो गए हैं। दिलचस्प बात यह है कि एन बीरेन सिंह कल जिरीबाम जा रहे थे। लेकिन ये हमला उससे पहले ही हो गया। इस घटना से देशभर में हड़कंप मच गया है।
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह का काफिला मणिपुर के हिंसा प्रभावित जिरीबाम जिले की ओर जा रहा था। इसी दौरान अचानक उनके बेड़े पर गोलीबारी शुरू हो गई। सुरक्षा बलों ने भी इस गोलीबारी का जवाब देना शुरू कर दिया। दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई। कोटलेन गांव के पास दोनों तरफ से काफी देर तक फायरिंग की खबरें आ रही हैं।
उग्रवादियों ने 50 घर जला दिये
यह घटना बताती है कि मणिपुर में हिंसा की घटनाएं अभी भी कम नहीं हुई हैं। उग्रवादियों ने जिरीबाम इलाके में दो पुलिस चौकियों, एक वन विभाग कार्यालय और 50 से अधिक घरों में आग लगा दी। आतंकियों की हिंसा के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट हो गई हैं। इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। फिलहाल इस इलाके में तनावपूर्ण माहौल है। उग्रवादियों ने लमताई खुनौ, डिबोंग खुनौ, नुनखाल और बेगरा गांव में 70 से अधिक घरों में आग लगा दी।
मणिपुर के 59 वर्षीय एक व्यक्ति की हत्या
मणिपुर के जिरीबाम में संदिग्ध उग्रवादियों द्वारा 59 वर्षीय एक व्यक्ति की हत्या के बाद हिंसा की खबरें हैं। सोइबन सरतकुमार सिंह नाम का शख्स 6 जून को अपने खेत पर जाने के बाद लापता हो गया था। बाद में इस शख्स का शव मिला। इससे पहले मणिपुर में भी जातिगत आरक्षण के मुद्दे पर भड़की हिंसा में 200 से ज्यादा नागरिक मारे गए थे। साथ ही कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा महिलाओं और लड़कियों के साथ बेहद अमानवीय और अपमानजनक कृत्य किया गया।