Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ को बस अब कुछ दिन ही बाकी रह गए हैं. ऐसे में तैयारियां भी अपने चरम पर हैं. इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली यूपी सरकार भूमि आवंटन प्रक्रिया में तेजी लाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. इसके लिए हाल ही में उन्होंने अधिकारियों के साथ एक बैठक की, जिसमें उन्होंने 31 दिसंबर तक भूमि आवंटन पूरा करने के निर्देश दिये. उनके निर्देशों पर तेजी से कार्रवाई करते हुए, अधिकारियों ने 4 हजार से अधिक संगठनों को भूमि आवंटित की है और अनुमान है कि इस भव्य आध्यात्मिक समागम में 8,000 से 10,000 प्रतिभागियों के भाग ले सकते हैं.
दिसंबर के अंत तक हो जाएगा पूरा
इसके साथ ही अखाड़ों की स्थापना का काम भी तेजी से आगे बढ़ रहा है, जो कि मेले का एक प्रमुख आकर्षण कहा जाता है. कई अखाड़ों ने इसके लिए शिविर भी स्थापित कर लिए हैं. मेला प्राधिकरण ने उनके लिए भूमि आवंटन का काम पूरा कर लिया है. शेष आवंटन, जिनमें नये आवेदकों के लिए आवंटन भी शामिल हैं, दिसंबर के अंत तक अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है.
नए संगठनों के लिए प्रक्रिया जारी
मेला प्राधिकरण के अनुसार, अखाड़ों, उनके संबद्ध उपसमूहों, महामंडलेश्वरों, खालसा, दंडीवाड़ा, आचार्य वाड़ा और खाका चौक के लिए आवंटन पूरा हो चुका है. इस बीच, प्रयागवाल समूहों और नए संगठनों के लिए प्रक्रिया जारी है और तय समय सीमा के भीतर इसे पूरा कर लिया जाएगा. इस बीच, प्रयागवाल समूहों और नए संगठनों के लिए प्रक्रिया जारी है और निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी हो जाएगी.
शाही स्नान के लिए करवाना होगा रजिस्ट्रेशन
बता दें कि अगर आप महाकुंभ में शाही स्नान की प्लानिंग करने वाले हैं तो इसके लिए आपको कोई खास तैयारी करने की जरूरत नहीं है. आपको बस महाकुंभ में रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. महाकुंभ आने वाले श्रद्धालुओं के लिए डिजिटल रजिस्ट्रेशन जरुरी है. रजिस्ट्रेशन की मदद से अगर कोई परिचित व्यक्ति आपका खो जाता है तो उसे ढूंढने में मदद मिलती है. रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन या मेला प्राधिकरण में ऑफलाइन भी करवा सकते हैं.
इन चीजों का न करें इस्तेमाल
अगर आप पहली बार महाकुंभ में शाही स्नाना करेंगे तो आपको कुछ बातों का विशेष ख्याल रखना होता है. जैसे- आपको शैंपू, साबुन, तेल जैसी चीजों का इस्तेमाल नहीं करना होगा. आपको मुहुर्त के हिसाब से ही शाही स्नान करना होगा क्योंकि मुहुर्त में ही आपको अधिक फल मिलता है.