प्रयागराज में जनवरी 2025 में होने वाले महाकुंभ के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। इस बीच, शनिवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक उच्चस्तरीय बैठक की। इस बैठक में महाकुंभ 2025 के लिए तैयारियों का जायजा लिया गया, विशेषकर राष्ट्रीय राजमार्गों, बाईपास, और अन्य सड़क परियोजनाओं की प्रगति को लेकर।
निर्माण कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश
इस बैठक के दौरान, सीएम योगी ने अधिकारियों को महाकुंभ से जुड़े राष्ट्रीय राजमार्गों, बाईपासों, इनर रिंग रोड और पुलों के निर्माण कार्य को 25 दिसंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया। इसके अलावा, इन निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर भी विशेष ध्यान देने को कहा गया। सीएम ने यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
महाकुंभ के लिए सड़क निर्माण परियोजनाएं
योगी सरकार महाकुंभ के लिए राज्य की सड़कों की मरम्मत और नए निर्माण कार्यों में जुटी हुई है। इन परियोजनाओं के तहत, रायबरेली से प्रयागराज तक 61.17 किमी लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग का चौड़ीकरण किया जा रहा है। इसके अलावा, चार स्थानों पर चार लेन बाईपास, 7.6 किमी लंबा प्रयागराज इनर रिंग रोड, 10.98 किमी लंबा प्रतापगढ़ बाईपास, 5.10 किमी लंबा जसरा बाईपास, और 24.2 किमी लंबा फाफामऊ में गंगा पर बने पुल के समानांतर नए 6-लेन सेतु का निर्माण कार्य चल रहा है। इन सभी परियोजनाओं का उद्देश्य महाकुंभ के दौरान तीर्थयात्रियों की आवाजाही को सुविधाजनक और सुरक्षित बनाना है।
सीएम योगी के निर्देश
सीएम योगी ने इस बैठक में कहा कि नेशनल हाइवे-30 (रायबरेली से प्रयागराज खंड) में चार स्थानों— जगतपुर, बाबूगंज, ऊंचाहार, आलापुर पर निर्माणाधीन बाईपासों में से दो बाईपास पहले ही पूरा हो चुके हैं। बाकी दो बाईपास भी जल्द पूरे कर लिए जाएंगे। इसके अलावा, ऊंचाहार बाईपास पर निर्माणाधीन आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) के काम को भी जल्द पूरा किया जाएगा। फाफामऊ में गंगा नदी पर बन रहे नए पुल और पहुंच मार्ग को निर्धारित समय से पहले पूरा किया जाएगा।
अन्य प्रमुख सड़क सुधार परियोजनाएं
सीएम योगी ने लखनऊ-गोरखपुर, बांदा-कानपुर, और गोरखपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्गों की मरम्मत पर भी जोर दिया। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एनएचएआई (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के अधिकारियों को इन मार्गों के सुदृढ़ीकरण के निर्देश दिए। साथ ही, सिद्धार्थनगर जिले के नौगढ़ से शोहरतगढ़ होते हुए तुलसीपुर तक के मार्ग के सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। इस पर केंद्रीय मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
निष्कर्ष
महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार पूरी तरह से तैयार हैं। सड़क, पुल, और बाईपास परियोजनाओं की प्रगति दर्शाती है कि प्रशासन इस धार्मिक आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं होने देना चाहता है। सीएम योगी के द्वारा दिए गए दिशा-निर्देश यह सुनिश्चित करेंगे कि महाकुंभ के दौरान तीर्थयात्रियों को यात्रा में किसी प्रकार की असुविधा का सामना न हो।