लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लोहिया संस्थान के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की ऋषि परंपरा के अनुरूप यह संस्थान अब अस्पताल से संस्थान बनकर उत्तर भारत का बड़ा चिकित्सा केंद्र बन रहा है। इस उपलब्धि के लिए यहां के प्रबंधन, रेजीडेंट डॉक्टरों और छात्रों को हार्दिक बधाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छा करोगे तो अच्छा परिणाम पाओगे, गलत करोगे तो बुरा परिणाम भी भुगतना पड़ेगा। आपके द्वारा किए गए प्रयासों से जनता को लाभ मिल रहा है, लेकिन कोई भी संस्था या संस्थान गलत हाथों में चला जाता है तो बदनामी भी होती है। लखनऊ आज उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा केंद्र है, लखनऊ पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रवेश द्वार है, बिहार हो या नेपाल, वहां से लोग लखनऊ के लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज के लिए आते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंसेफेलाइटिस से लोग मरते थे, सरकारें सोती रहती थीं। गोरखपुर से सांसद होने के नाते मैंने सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाई। 2017 में जब मैं मुख्यमंत्री बना तो इससे निपटना मेरी जिम्मेदारी बन गई। आज इंसेफेलाइटिस की रोकथाम हो गई है। योगी ने कहा कि दुनिया में जब कोई उत्तर प्रदेश के बारे में सुनता है कि यहां 25 करोड़ की आबादी रहती है तो वह चौंक जाता है।
इतनी बड़ी आबादी के बावजूद यूपी के अस्पतालों में बेहतर सुविधाएं दी जा रही हैं। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह और मुख्य सचिव मनोज सिंह प्रमुख रूप से मौजूद रहे। संस्थान के निदेशक प्रो. सी.एम. सिंह ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।