दिल्ली कोचिंग बेसमेंट हादसा: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव IAS स्टडी सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से दो छात्राओं और एक छात्र की मौत हो गई, अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। यह खुलासा किसी और ने नहीं बल्कि उस छात्र ने किया है जो कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भरने और तीन छात्रों की मौत के बाद कल रात MCD के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा था।
छात्र का दावा- 8 से 10 लोगों की मौत हुई है
एमसीडी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्र ने सरकार के दावों से अलग एक अलग खुलासा किया है, छात्र ने कहा, “एमसीडी का कहना है कि यह आपदा है, लेकिन मैं कहूंगा कि यह पूरी तरह से लापरवाही है। आधे घंटे की बारिश में घुटनों तक पानी भर जाता है। आपदा ऐसी चीज है जो कभी-कभी होती है। मेरे मकान मालिक ने बताया कि वह पिछले 10-12 दिनों से पार्षद से कह रहे थे कि नाले की सफाई करवाई जाए। पहली मांग यह है कि दोषियों पर कार्रवाई की जाए। तत्काल मांग यह है कि घायलों और मौतों की वास्तविक संख्या बताई जाए। आपदा प्रबंधन के लोगों ने मुझे बताया कि 8-10 लोगों की मौत हुई है।”
कोचिंग सेंटर में 30 से 35 बच्चे थे
जांच में पता चला है कि बेसमेंट में लाइब्रेरी थी। लाइब्रेरी में आमतौर पर 30 से 35 बच्चे होते थे। अचानक बेसमेंट में तेजी से पानी भरने लगा। छात्र बेसमेंट में बेंचों पर खड़े हो गए। पानी के दबाव से बेसमेंट में लगे कांच फूटने लगे। राजेंद्र नगर के राव स्टडी सेंटर में हुए हादसे के बाद कई पंप लगाकर पानी निकाला गया। देर रात तक सर्च ऑपरेशन भी चलाया जा रहा था। स्टडी सेंटर के छात्रों ने बताया कि यहां पानी भरने की समस्या कोई नई नहीं है। पिछली बारिश में कई बार पार्किंग में पानी भर गया था। कई बार तो बेसमेंट में भी पानी आ गया था। इसके बावजूद स्टडी सेंटर प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
#WATCH | Old Rajender Nagar incident | Delhi: "MCD says it is a disaster but I would say that this is complete negligence. Knee-deep water gets logged in half an hour of rain. Disaster is something that happens sometimes. My landlord said that he had been asking the councillor… pic.twitter.com/W4fhem3lE6
— ANI (@ANI) July 28, 2024
बेसमेंट में सिर्फ एक दरवाजा था
स्टडी सेंटर में पढ़ने वाले एक छात्र ने बताया कि बेसमेंट में लाइब्रेरी के अलावा एक छोटा सा क्लासरूम है। यहां शिक्षक छात्रों की समस्याओं का समाधान करते हैं। बेसमेंट में आने-जाने का सिर्फ एक ही रास्ता है। यहां बायोमेट्रिक सिस्टम भी लगा है। करीब 400 गज की बिल्डिंग में बेसमेंट के अलावा ग्राउंड फ्लोर और ऊपर चार मंजिल पर पार्किंग है। यहां क्लास के अलावा स्टूडियो और दूसरे कमरे भी बने हुए हैं।
नालों की सफाई के एमसीडी के दावे धरे के धरे
एमसीडी हर साल मानसून से पहले नालों की सफाई का दावा करती है। इसी कड़ी में इस साल भी नालों की सफाई करने का ऐलान किया था, लेकिन राजधानी में शनिवार शाम को हुई बारिश के दौरान नाला ओवरफ्लो होने से कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी घुस गया और छात्रों की डूबने से मौत हो गई। हर साल एमसीडी मानसून आने से पहले 15 जून तक अपने सभी नालों की सफाई करने की कार्ययोजना बनाती है। इसमें नालों के नाम, लंबाई और गहराई का उल्लेख होता है।
दिल्ली सरकार ने मजिस्ट्रेट को जांच के आदेश दिए
ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव आईएएस स्टडी सेंटर में छात्रों की मौत के मामले की जांच मजिस्ट्रेट करेंगे। दिल्ली सरकार ने मुख्य सचिव को 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं। राजस्व मंत्री आतिशी ने आदेश जारी करते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और इसकी तत्काल जांच होनी चाहिए। सभी संबंधित अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंचकर सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।