जम्मू कश्मीर समाचार: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के अंतिम खात्मे का वक्त आ गया है। केंद्र सरकार के आदेश के बाद सुरक्षा बलों की पूरी टीम तैयार है। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने जम्मू के अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है। इससे पहले एलजी मनोज सिन्हा ने सेना प्रमुख के साथ उच्च स्तरीय बैठक की थी। उस कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने भरोसा दिलाया था कि अब आतंकियों के मंसूबों को नेस्तनाबूद किया जाएगा। उनके हर हमले को नाकाम करने की तैयारी की गई है।
आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करने का वक्त आ गया है
गौरतलब है कि सेना प्रमुख बनने के बाद सेना प्रमुख का यह दूसरा जम्मू-कश्मीर दौरा था। उन्होंने सैन्य अधिकारियों के साथ अहम बैठक की। उस बैठक में बीएसएफ और सीआरपीएफ के डीजी भी मौजूद थे। जिसके जरिए सेना ने सीमा पार बैठे दुश्मन को गहरा और साफ संकेत दिया है कि अगर गलती से भी कोई दुस्साहस किया तो नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा। सीमा पार से अचानक बढ़ी घुसपैठ और आतंकी हमलों को करारा झटका देने के लिए 3000 से ज्यादा सुरक्षा बलों को तैनात किया जा चुका है।
भारतीय सेना की यह बड़ी तैयारी आतंकवाद को खत्म करने के लिए है
रक्षा विशेषज्ञ कमर आगा भी मानते हैं कि भारतीय सेना की यह बड़ी तैयारी आतंकवाद को खत्म करने के लिए है। पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के इशारे पर पिछले कुछ दिनों में घुसपैठ काफी बढ़ गई है। लेकिन अब इन आतंकियों पर कोई रहम नहीं है। इन्हें जहन्नुम भेजने की तैयारी कर ली गई है। हम बस सरकार के आदेश का इंतजार कर रहे हैं, वह समय दूर नहीं जब सेना पाकिस्तान में घुसकर एक-एक का बदला लेगी।
जम्मू क्षेत्र में रेड अलर्ट
आपको बता दें कि आतंकियों ने अब अपना टारगेट कश्मीर से जम्मू क्षेत्र में शिफ्ट कर लिया है। इस बारे में कई सबूत मिले हैं। रियासी, डोडा, कठुआ से हर हमले का विश्लेषण किया गया है। अब अंतिम हमले की तैयारी है।