न्यूयॉर्क: जापानी पीएम फुमियो किशिदा ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) को स्थायी और अस्थायी दोनों श्रेणियों में विस्तारित करने और इसके कामकाज में सुधार के भारत के दीर्घकालिक रुख का समर्थन किया है। उन्होंने समकालीन दुनिया की वास्तविकताओं के अनुसार अंतरराष्ट्रीय संगठन को ढालने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की।
सोमवार को न्यूयॉर्क में फ्यूचर समिट को संबोधित करते हुए जापानी पीएम ने कहा कि दुनिया एक ऐतिहासिक मोड़ पर खड़ी है, वर्तमान और भावी पीढ़ियों के हितों की रक्षा के लिए सामूहिक कार्रवाई करने की तत्काल आवश्यकता है।
किशिदा ने कहा, ‘शिखर सम्मेलन में सदस्य देश सुधार के लिए अपनी बात स्पष्ट कर रहे हैं, जिसमें बहुमत स्थायी और अस्थायी दोनों सीटों के विस्तार का समर्थन कर रहा है।
जापानी पीएम ने कहा, ‘अगले साल संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की 80वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी। हमें सुरक्षा परिषद में सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार लंबे समय से यूएनएससी में भारत के लिए स्थायी सदस्यता हासिल करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
इससे पहले शनिवार को जापानी प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के गृहनगर डेलावेयर में आयोजित क्वाड लीडर्स समिट में हिस्सा लिया और साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की। बैठक के बाद जापानी प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘शुरुआत में प्रधानमंत्री किशिदा ने कहा कि उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा के लिए भारत को चुना है।’ उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जापान और भारत वैश्विक शासन में सहयोग करना जारी रखेंगे। दोनों नेताओं ने इस बात की भी पुष्टि की कि दोनों देश विभिन्न क्षेत्रों में ठोस पहलों पर सहयोग करना जारी रखेंगे।