नई दिल्ली: पुरुषों की हॉकी में एक समय पूरी दुनिया में हमारे देश का दबदबा था। कुछ ऐसा ही हाल जर्मनी का भी माना जाता है। हॉकी में भारत और जर्मनी परंपरागत प्रतिद्वंद्वी माने जाते हैं। इन टीमों के बीच काफी कड़ी टक्कर दिखायी देती है।
भारतीय टीम ने 1928 और 1980 के बीच आठ स्वर्ण पदक जीते थे
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने कई वर्षों तक ओलंपिक में अपराजेय रहने का रिकॉर्ड बनाया था। टीम ने 1928 और 1980 के बीच आठ स्वर्ण पदक जीते थे। एक समय ऐसा भी था जब वे 32 वर्षों तक एक भी ओलंपिक मैच नहीं हारे थे। भारत ने कई बार विश्व कप, एशियाई खेल और एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट भी जीते कर अपना दमखम दिखाया था।
2002 में जर्मनी ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर विश्व कप जीतकर सभी को चौंका दिया
जर्मनी ने हॉकी में चार ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते हैं और तीन बार विश्व कप का खिताब जीता है। 2002 में जर्मनी ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर विश्व कप जीतकर सभी को चौंका दिया, जिससे पता चला कि जर्मनी भी अब दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक हैं।
आपको याद होगा कि टोक्यो ओलंपिक में भारत ने कांस्य पदक जीतने के लिए एक रोमांचक मैच में जर्मनी को 5-4 से हराया। यह भारत के लिए एक बहुत बड़ा क्षण था, क्योंकि यह 41 साल बाद हॉकी में उनका पहला ओलंपिक पदक जीता था।
भारत ने 2023 एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में स्वर्ण पदक जीते
दोनों टीमें अंतरराष्ट्रीय हॉकी में अच्छा प्रदर्शन जारी रखती हैं। भारत ने हाल ही में 2022 एशियाई खेलों और 2023 एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में स्वर्ण पदक जीते। यूरोपीय प्रतियोगिताओं और वैश्विक टूर्नामेंटों में जर्मनी एक मजबूत टीम बनी हुई है।
भारत बनाम जर्मनी पिछले पांच मैचों का रिकॉर्ड
भारत जीता : 4
जर्मनी जीता : 1
ड्रा मैच : 0
ओलंपिक में भारत बनाम जर्मनी का रिकॉर्ड
कुल मैच: 12
भारत जीता : 5
जर्मनी जीता : 4
ड्रा मैच : 3