नई दिल्ली। दिल्ली में यूपीएससी के 3 छात्रों की मौत से हर कोई स्तब्ध है। शायद किसी ने अंदाजा नहीं लगाया होगा कि शनिवार शाम को थोड़ी देर के लिए हुई बारिश इतनी तबाही मचा सकती है। तीन मंजिला इमारत के बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटर में इतना पानी भर गया कि उसमें तीन लोगों की मौत हो गई। इस पूरी घटना में बड़ी लापरवाही सामने आई है। जानकारी के मुताबिक कोचिंग सेंटर एक बड़े नियम का उल्लंघन कर रहा था। दिल्ली फायर सर्विस के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया है कि कोचिंग सेंटर बेसमेंट में लाइब्रेरी चला रहा था, जो नियमों के खिलाफ है।
कोचिंग सेंटर को इसी महीने एनओसी मिली थी
कोचिंग सेंटर को इसी महीने एनओसी सर्टिफिकेट मिला था जिसमें तीन मंजिला इमारत, इमारत के नीचे स्टिल्ट पार्किंग और बेसमेंट बनाने की मंजूरी दी गई थी। बेसमेंट का इस्तेमाल स्टोरेज के लिए किया जाना था। एनओसी में साफ कहा गया था कि बेसमेंट का इस्तेमाल नियम और कानून के मुताबिक ही किया जाना चाहिए। शुरुआती जांच में पता चला है कि बेसमेंट जमीन से करीब आठ फीट नीचे है। शनिवार शाम को हुई भारी बारिश के कारण ओल्ड राजिंदर नगर के बड़ा बाजार रोड पर जलभराव हो गया। दमकल अधिकारियों ने बताया कि उन्हें शाम करीब सात बजे कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में जलभराव की सूचना मिली। उन्हें बेसमेंट में कुछ छात्रों के फंसे होने की जानकारी मिली।
मौके पर पहुंची दमकल और एनडीआरएफ की टीम
पुलिस, दमकल और एनडीआरएफ की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और छात्रों को एक-एक करके बाहर निकाला गया। जलभराव के कारण करंट लगने का खतरा था, इसलिए इलाके की लाइट काट दी गई थी। ऐसे में बेसमेंट में पूरा अंधेरा छा गया। इसके अलावा बेसमेंट में भरे गंदे पानी में छात्र बमुश्किल कुछ देख पा रहे थे। बचाव दल ने रस्सी डालकर अंदर जाकर बड़ी मुश्किल से छात्रों को एक-एक करके बाहर निकाला। इनमें से तीन छात्रों के लापता होने की खबर सामने आई। फिर उनकी तलाश शुरू की गई। कई घंटों के बचाव अभियान के बाद रविवार सुबह 4 बजे तक 3 छात्रों के शव और अन्य छात्रों को सुरक्षित निकाल लिया गया।