नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए टिकट के लिए होड़ मची हुई है। हर सीट के लिए 10 दावेदार हैं। कुल 90 विधानसभा सीटों के लिए अब तक 900 आवेदन आ चुके हैं। 31 जुलाई तक आवेदन किए जा सकते हैं। संभावना है कि यह आंकड़ा 1200 को पार कर सकता है। कांग्रेस के लिए टिकट के लिए होड़ महंगी भी साबित हो सकती है। क्योंकि टिकट तो एक ही व्यक्ति को मिलेगा। ऐसे में कई प्रबल दावेदार या तो निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे या फिर दूसरी पार्टियों के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।
आवेदकों के लिए तय की गई है फीस
इस बार पार्टी ने आवेदकों के लिए फीस तय कर दी है। सामान्य जाति के लिए 20,000 रुपये और अनुसूचित जाति व महिलाओं के लिए 5,000-5,000 रुपये फीस तय की गई है। 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में 17 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। खास बात यह है कि सबसे ज्यादा आवेदन आरक्षित सीटों के लिए आ रहे हैं। आवेदकों को पार्टी के साथ-साथ हरियाणा प्रभारी दीपक बावरिया के पास भी आवेदन करना होगा, हालांकि यहां कोई फीस नहीं ली जा रही है।
विधायक भी कर रहे आवेदन
पार्टी ने पहले ही साफ कर दिया था कि पार्टी के मौजूदा विधायकों को भी टिकट के लिए आवेदन करना होगा। ऐसे में विधायकों ने भी आवेदन करना शुरू कर दिया है। इस समय कांग्रेस के पास 29 विधायक हैं। इनमें से पांच विधायकों ने आवेदन कर दिया है। आने वाले दिनों में अन्य विधायक भी अपने-अपने क्षेत्रों से दावेदारी पेश करेंगे। राहुल गांधी पहले ही कह चुके हैं कि इस बार टिकट किसी की सिफारिश पर नहीं बल्कि पुख्ता बायोडाटा और सर्वे के आधार पर बांटे जाएंगे।