लखनऊ। लेटरल एंट्री के जरिए नियुक्तियों को लेकर चल रहे राजनीतिक घमासान के बीच सरकार बैकफुट पर आ गई है। सरकार ने लेटरल एंट्री भर्ती के विज्ञापन पर रोक लगा दी है। विपक्षी दलों ने अब इसे लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। इस मामले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा की साजिशें अब सफल नहीं हो रही हैं।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यूपीएससी में लेटरल एंट्री के जरिए पिछले दरवाजे से आरक्षण को नकार कर नियुक्तियों की साजिश आखिरकार पीडीए की एकता के आगे झुक गई है। सरकार को अब यह फैसला भी वापस लेना पड़ा है। भाजपा की साजिशें अब सफल नहीं हो रही हैं, यह पीडीए में आई जागृति और चेतना की बड़ी जीत है।
उन्होंने आगे लिखा कि इन परिस्थितियों में समाजवादी पार्टी 2 अक्टूबर से शुरू हो रहे ‘लैटरल भर्ती’ के खिलाफ आंदोलन का आह्वान स्थगित करती है, साथ ही यह संकल्प लेती है कि भविष्य में ऐसी किसी भी चाल को सफल नहीं होने देगी तथा इसका निर्णायक विरोध करेगी। 2 अक्टूबर को जिस तरह से जनता हमारे आंदोलन से जुड़ने लगी थी, यह उसी एकता की जीत भी है। लैटरल एंट्री ने भाजपा के आरक्षण विरोधी चेहरे को उजागर कर दिया है।