15 जून, 2024 को, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सहारनपुर, उत्तर प्रदेश की ग्लोकल यूनिवर्सिटी को जब्त कर लिया। यह कार्रवाई खनन माफिया हाजी इकबाल से जुड़ी है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए धन जुटाने के लिए अवैध खनन का पैसा इस्तेमाल किया था।
इस कार्रवाई से 4000 से अधिक छात्रों, 700 शिक्षकों और कर्मचारियों का भविष्य अनिश्चित हो गया है। विश्वविद्यालय बंद होने से छात्रों की शिक्षा बाधित हो सकती है और शिक्षकों और कर्मचारियों की नौकरी चली सकती है।
छात्रों की चिंता:
- परीक्षा और डिग्री: छात्रों को अपनी आगामी परीक्षाओं और डिग्री प्राप्ति को लेकर चिंता है।
- भविष्य की योजनाएं: अनिश्चितता के कारण छात्रों को अपनी आगे की शिक्षा और करियर की योजनाओं को लेकर संशय है।
- मानसिक तनाव: इस स्थिति ने छात्रों में भारी मानसिक तनाव पैदा कर दिया है।
शिक्षकों और कर्मचारियों की चिंता:
- नौकरी का नुकसान: विश्वविद्यालय बंद होने से शिक्षकों और कर्मचारियों की नौकरी चली सकती है।
- वेतन भुगतान: कर्मचारियों को वेतन भुगतान को लेकर चिंता है।
- भविष्य की सुरक्षा: उनके भविष्य की सुरक्षा और सामाजिक सुरक्षा को लेकर भी चिंता है।
जिलाधिकारी का बयान:
सहारनपुर के जिलाधिकारी ने कहा है कि “सरकार छात्रों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगी।” उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि “विश्वविद्यालय के छात्रों को उनकी शिक्षा पूरी करने का अवसर दिया जाएगा।”
आगे की राह:
- सरकार द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था: यह उम्मीद की जाती है कि सरकार छात्रों के लिए शिक्षा जारी रखने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करेगी।
- नए संस्थान द्वारा अधिग्रहण: यह भी संभव है कि किसी अन्य शिक्षण संस्थान द्वारा ग्लोकल यूनिवर्सिटी का अधिग्रहण किया जाए।
- कानूनी लड़ाई: विश्वविद्यालय प्रबंधन इस मामले में कानूनी लड़ाई भी लड़ सकता है।
यह स्थिति ग्लोकल यूनिवर्सिटी से जुड़े सभी लोगों के लिए चिंता का विषय है। सभी को उम्मीद है कि इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान होगा और छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के हितों की रक्षा की जाएगी।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह स्थिति अभी भी विकसित हो रही है और अधिक जानकारी सामने आने की संभावना है। मैं आपको सलाह देता हूं कि आप नवीनतम अपडेट के लिए विश्वसनीय समाचार स्रोतों पर नज़र रखें।