काठमांडू: नेपाल की संसद में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सरकार का आज फ्लोर टेस्ट है। ओली सरकार देश की संसद में अपना विश्वास मत पेश करेगी। हालांकि जीत पक्की मानी जा रही है। 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में बहुमत के लिए 138 सदस्यों का समर्थन जरूरी है। जबकि सत्तारूढ़ गठबंधन के पास बहुमत से 40 ज्यादा यानी 178 सदस्य हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष केपी शर्मा ओली 14 जुलाई को नए प्रधानमंत्री नियुक्त
सीपीएन-यूएमएल यानी नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष केपी शर्मा ओली को 14 जुलाई को नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। इस तरह से वे चौथी बार प्रधानमंत्री बने हैं। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने 14 जुलाई रविवार की शाम को नेपाल के संविधान के अनुच्छेद 76 (2) के तहत ओली को प्रधानमंत्री नियुक्त किया।
ओली सरकार के लिए आ सकती है ये परेशानी
तीन विपक्षी दल कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी सेंटर (CPN-MC), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनिफाइड सोशलिस्ट और नेशनल इंडिपेंडेंट पार्टी (CPN-US) इसके खिलाफ वोट करेंगे। वहीं, सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में ओली की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर भी सुनवाई होनी है।
ओली तीन बार और साढ़े चार साल तक पीएम रहे
केपी शर्मा ओली भले ही चौथी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बने हों। लेकिन अब तक वह एक बार भी पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए हैं। इतना ही नहीं, अगर ओली के तीनों कार्यकालों को भी मिला दिया जाए तो वह इतने समय के लिए भी प्रधानमंत्री नहीं रहे हैं जो नियमों के मुताबिक पांच साल का कार्यकाल होता है। वैसे आपको बता दें कि ओली तीन कार्यकालों में कुल साढ़े चार साल तक प्रधानमंत्री रहे। ओली 2015 में 10 महीने, 2018 में 40 महीने और 2021 में तीन महीने यानी कुल मिलाकर साढ़े चार साल तक नेपाल के प्रधानमंत्री रहे।