शेयर बाजार समाचार: ब्याज दरों पर अमेरिकी केंद्रीय बैंक के फैसले, कंपनियों के तिमाही नतीजे, वृहद आर्थिक आंकड़े और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की कारोबारी गतिविधियां इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगी। विश्लेषकों ने यह राय जाहिर की है। उनका कहना है कि निवेशक आगे के संकेतकों के लिए वैश्विक बाजार के रुझान और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर भी नजर रखेंगे।
क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीना ने कहा, “इस सप्ताह सभी का ध्यान वैश्विक संकेतकों…खासकर अमेरिकी बाजारों पर रहेगा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व 31 जुलाई को ब्याज दरों पर अपना फैसला सुनाएगा, जो बाजार के नजरिए से महत्वपूर्ण होगा। बाजार को इस साल ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीद है। इसके अलावा अमेरिका और चीन के अन्य वृहद आर्थिक आंकड़ों पर भी सभी की नजर रहेगी। घरेलू मोर्चे पर कंपनियों के पहली तिमाही के नतीजे महत्वपूर्ण होंगे। सप्ताह के दौरान कई बड़ी कंपनियां जून तिमाही के नतीजे घोषित करेंगी। इस सप्ताह गेल, अडानी पावर, बैंक ऑफ बड़ौदा, भेल, कोल इंडिया, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, टाटा स्टील, अडानी एंटरप्राइजेज और टाटा मोटर्स तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी।
मास्टर कैपिटल सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा, “बाजार का परिदृश्य प्रमुख घरेलू और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगा। सप्ताह के दौरान भारत के बुनियादी ढांचा उत्पादन, विनिर्माण पीएमआई के आंकड़े आएंगे। इनके अलावा, चीन के मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई डेटा, बीओई (बैंक ऑफ इंग्लैंड) ब्याज दर निर्णय, अमेरिका के गैर-कृषि रोजगार डेटा और फेडरल रिजर्व की प्रेस कॉन्फ्रेंस बाजार के लिए महत्वपूर्ण होंगे। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, “आगे चलकर घरेलू बाजार की दिशा कंपनियों के तिमाही नतीजों से प्रभावित होगी। इसके अलावा अमेरिकी फेडरल रिजर्व और बैंक ऑफ इंग्लैंड की नीतिगत बैठक, अमेरिकी रोजगार आंकड़े और यूरो क्षेत्र के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े बाजार को दिशा देंगे।
पिछले सप्ताह क्या हुआ था?
पिछले सप्ताह बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रहा और बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 728.07 अंक या 0.90 प्रतिशत चढ़ा। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 303.95 अंक या 1.23 प्रतिशत चढ़ा। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, “आने वाले सप्ताह में वैश्विक निवेशकों की नजर अमेरिकी बाजार की बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों के आय आंकड़ों, फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक और रोजगार आंकड़ों पर रहेगी। इनसे आगे चलकर अमेरिकी शेयर बाजारों की दिशा तय होगी।”