डेंगू और मलेरिया जैसे संक्रमण, खासकर मानसून के दौरान मच्छरों के माध्यम से फैलते हैं, जो अगर समय पर उपचार न मिले, तो जानलेवा साबित हो सकते हैं। इन बीमारियों में तेज बुखार, शारीरिक कमजोरी, और अन्य लक्षणों से मरीज को गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ता है। हालांकि, इन बीमारियों से निपटने के लिए घरेलू उपाय भी प्रभावी हो सकते हैं, जिनकी मदद से आप घर पर ही राहत पा सकते हैं।
आज हम आपको 5 ऐसे प्रभावी घरेलू उपायों के बारे में बताएंगे, जिन्हें आप आसानी से घर पर तैयार करके मच्छर जनित बिमारियों से बच सकते हैं या इनके लक्षणों को कम कर सकते हैं।
1. नीम के पेड़ की पत्तियां
नीम के पत्ते डेंगू और मलेरिया जैसे संक्रमणों से निपटने के लिए बेहद प्रभावी माने जाते हैं। नीम की पत्तियों में वायरस और बैक्टीरिया को मारने की क्षमता होती है, जो शरीर के संक्रमण से लड़ने में मदद करती है। नीम की पत्तियों का सेवन करने से मलेरिया, तेज बुखार, डेंगू और फ्लू जैसी बीमारियां ठीक हो सकती हैं।
कैसे उपयोग करें:
- नीम की कुछ ताजगी से पत्तियाँ लें और इन्हें अच्छे से धोकर पेस्ट बना लें।
- इस पेस्ट को एक गिलास पानी में मिलाकर पिएं।
- आप चाहें तो नीम की पत्तियों का उबाला भी कर सकते हैं और उसे ठंडा करके पी सकते हैं।
2. तुलसी के पत्तों का रस
तुलसी को आयुर्वेद में औषधीय गुणों का खजाना माना जाता है। इसमें स्वेदजनक और ज्वरनाशक गुण होते हैं। तुलसी के पत्तों का सेवन करने से शरीर का पसीना तेजी से निकलता है, जिससे शरीर का तापमान कम होता है और बुखार उतर जाता है।
कैसे उपयोग करें:
- तुलसी के ताजे पत्ते लें और उनका रस निकाल लें।
- इसे सीधे सेवन करें या फिर एक गिलास पानी में मिला कर पिएं।
- तुलसी के पत्तों का काढ़ा भी बना सकते हैं, जिसे दिन में 2-3 बार पीने से बुखार में आराम मिलता है।
3. अदरक और हल्दी का मिश्रण
अदरक और हल्दी दोनों ही डेंगू और मलेरिया से संबंधित बुखार के इलाज में मददगार होते हैं। अदरक में एंटीबायोटिक गुण होते हैं और हल्दी में एंटी-इन्फ्लेमेटरी (सोजिश को कम करने वाला) गुण होते हैं, जो शरीर को संक्रमण से लड़ने की शक्ति देते हैं।
कैसे उपयोग करें:
- आधा चम्मच अदरक और एक चम्मच हल्दी पाउडर को गुनगुने पानी में डालकर पीएं।
- आप इसे शहद के साथ भी ले सकते हैं, जो और अधिक प्रभावी हो सकता है।
4. नींबू का रस और शहद
नींबू और शहद दोनों ही शरीर के अंदर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। यह संयोजन बुखार और शरीर के अन्य संक्रमणों को ठीक करने के लिए लाभकारी हो सकता है। नींबू का रस शरीर में पानी की कमी को भी पूरा करता है और शहद उसकी ऊर्जा को बढ़ाता है।
कैसे उपयोग करें:
- एक गिलास पानी में आधा नींबू का रस और एक चम्मच शहद डालकर अच्छी तरह से मिलाएं।
- इसे रोज सुबह खाली पेट पिएं, इससे डेंगू और मलेरिया के लक्षणों में राहत मिल सकती है।
5. गिलोय का सेवन
गिलोय (Tinospora Cordifolia) को आयुर्वेद में अमृत माना जाता है और यह शरीर को इम्यूनिटी प्रदान करने में मदद करता है। यह बुखार, इंफेक्शन और मलेरिया जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। गिलोय का नियमित सेवन शरीर को रोग प्रतिकारक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है।
कैसे उपयोग करें:
- गिलोय की ताजगी से टहनियाँ लें या गिलोय का पाउडर खरीदें।
- गिलोय के पत्तों का काढ़ा बना सकते हैं या गिलोय का अर्क बाजार से लेकर गुनगुने पानी में मिलाकर पी सकते हैं।