नई दिल्ली: वैश्विक लेखा फर्म डेलोइट ने 2030 तक भारत में कारोबार चौगुना बढ़ाकर 5 अरब डॉलर या 40,000 करोड़ रुपये करने का लक्ष्य रखा है। यह बात कंपनी के दक्षिण एशिया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रोमल शेट्टी ने कही। शेट्टी ने कहा, “हमारा लक्ष्य पेशेवर सेवाओं में निर्विवाद नेता बनना है।
वित्त वर्ष 2023-24 (जून 2023-मई 2024) में डेलोइट इंडिया का कारोबार 30 प्रतिशत बढ़कर 10,000 करोड़ रुपये हो गया है। शेट्टी ने पीटीआई-भाषा से कहा, “हम देश में सबसे तेजी से बढ़ती पेशेवर सेवा कंपनी हैं। हम चाहते हैं कि डेलोइट इंडिया का राजस्व 2027 तक 20,000 करोड़ रुपये और 2030 तक 5 अरब अमेरिकी डॉलर हो।
उन्होंने कहा कि डेलोइट इंडिया ने कंपनी की वैश्विक राजस्व वृद्धि में 10 प्रतिशत का योगदान दिया। एशिया-प्रशांत की रेवेन्यू ग्रोथ में भारतीय कारोबार का योगदान 70 फीसदी है। 31 मई, 2024 को समाप्त वित्त वर्ष में डेलोइट का वैश्विक रेवेन्यू 3.6 फीसदी बढ़कर 67.2 अरब डॉलर हो गया। शेट्टी ने कहा, हमने 2023-24 में 10,000 करोड़ रुपये के रेवेन्यू के साथ बाजार में हलचल मचा दी है।
उन्होंने कहा कि डेलोइट इंडिया में एट्रिशन रेट 2023-24 में 29 फीसदी से घटकर 13 फीसदी हो गया है। उन्होंने कहा कि यह ‘बिग फोर’ ग्लोबल अकाउंटिंग कंपनियों की 20 फीसदी एट्रिशन रेट से काफी कम है। पिछले साल डेलोइट ने भारत में 25,000 से ज्यादा कर्मचारियों को काम पर रखा था। आज कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या 1.20 लाख है।