नई दिल्ली। विभिन्न दलों के लोकसभा सदस्यों ने मध्य दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर में एक कोचिंग सेंटर में सिविल सेवा परीक्षा के तीन अभ्यर्थियों की मौत की जांच की मांग की है। भाजपा नेता बांसुरी स्वराज ने आप सरकार की आलोचना करते हुए इस त्रासदी के लिए उसकी “पूर्ण उदासीनता” को जिम्मेदार ठहराया और गृह मंत्रालय से जांच की मांग की।
आप सरकार पर आरोप
आम आदमी पार्टी पर आपराधिक लापरवाही का आरोप लगाते हुए स्वराज ने कहा, “आम आदमी पार्टी की आपराधिक लापरवाही के कारण इन छात्रों की मौत हुई है। दिल्ली सरकार के खिलाफ जांच होनी चाहिए। दिल्ली में नालों की सफाई क्यों नहीं हो रही है?” उन्होंने संसद में शून्यकाल के दौरान ये चिंताएं उठाईं। अधिकारियों ने कहा कि जल निकासी व्यवस्था और सुरक्षा उपायों की कमी के साथ-साथ बेसमेंट के अवैध व्यावसायिक उपयोग ने मौतों में योगदान दिया। उचित बुनियादी ढांचे की कमी और मानदंडों का पालन न करना इस दुखद घटना के महत्वपूर्ण कारक थे।
गहन जांच की मांग
तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सुरक्षा संहिता के उल्लंघन पर प्रकाश डाला और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने का आग्रह किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि नालों की सफाई की जानी चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए निवारक उपाय किए जाने चाहिए। थरूर ने मामले की गहन जांच की भी मांग की। समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव ने घटना को दुखद बताया और जिम्मेदारी तय करने के लिए विस्तृत जांच की मांग की। उन्होंने सवाल किया कि क्या उत्तर प्रदेश में बुलडोजर से अवैध इमारतों को गिराने जैसी कार्रवाई यहां भी की जाएगी।
गिरफ्तारियां की गईं
दिल्ली पुलिस ने रविवार को राऊ के आईएएस स्टडी सर्किल के मालिक और समन्वयक को गिरफ्तार किया। उन पर घटना से संबंधित अन्य अपराधों के अलावा गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाया गया है।