नीट-यूजी प्रश्नपत्र लीक मामले में सीबीआई की टीम ने पहली गिरफ्तारी की है और पटना से दो लोगों को हिरासत में लिया है। मामले में जांच एजेंसी ने मनीष कुमार और आशुतोष कुमार नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट)-यूजी प्रश्नपत्र लीक मामले में सीबीआई की टीम ने पहली गिरफ्तारी की है। सीबीआई की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरुवार को पटना से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले में जांच एजेंसी ने मनीष कुमार और आशुतोष कुमार नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
नीट परीक्षा पेपर लीक में सीबीआई ने छह एफआईआर दर्ज
जांच अधिकारियों ने बताया कि मनीष कुमार और आशुतोष कुमार ने कथित तौर पर परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को सुरक्षित परिसर उपलब्ध कराया और वहां उम्मीदवारों को लीक हुए प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिकाएं दीं। नीट परीक्षा पेपर लीक मामले में सीबीआई ने अब तक छह एफआईआर दर्ज की हैं।
कई अभ्यर्थियों को नीट का पेपर मुहैया कराया गया
नीट-यूजी परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा देश भर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। इस साल यह परीक्षा 5 मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। इसमें 23 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे। जांच एजेंसी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मनीष कुमार ही वह व्यक्ति है, जिसने पटना के लर्न एंड प्ले स्कूल में कमरा बुक कराया था। परीक्षा से पहले इस स्कूल में कथित तौर पर कई अभ्यर्थियों को नीट का पेपर मुहैया कराया गया था और उनसे प्रश्नों के उत्तर रटवाए गए थे।
सीबीआई ने इस मामले में रविवार को पहली एफआईआर दर्ज की
नीट-यूजी परीक्षा के लिए पटना के कई स्कूलों में परीक्षा केंद्र भी बनाए गए थे। सीबीआई ने इस मामले में रविवार को पहली एफआईआर दर्ज की। इससे एक दिन पहले सरकार ने घोषणा की थी कि वह परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंपेगी। नीट-स्नातक प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने भी इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी। इससे पहले इस मामले में सीबीआई की टीम ने हजारीबाग में भी कई जगहों पर जांच की थी।