महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: इस संबंध में केंद्रीय स्तर से कदम उठाया गया है। इसलिए, भूपेन्द्र यादव को महाराष्ट्र बीजेपी का प्रभारी और अश्विनी वैष्णव को सह-प्रभारी नियुक्त किया गया है। ये पार्टी में बड़े बदलाव के संकेत हैं।
महाराष्ट्र चुनाव 2024: लोकसभा चुनाव में बीजेपी की करारी हार के बाद महाराष्ट्र में पार्टी में बड़े फेरबदल के संकेत मिल रहे हैं। इस संबंध में केंद्रीय स्तर से कदम उठाया गया है। इसलिए, भूपेन्द्र यादव को महाराष्ट्र बीजेपी का प्रभारी और अश्विनी वैष्णव को सह-प्रभारी नियुक्त किया गया है। अब संभावना है कि विधानसभा चुनाव की तैयारी के तहत बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और मुंबई अध्यक्ष को बदला जाएगा। प्रदेश स्तर पर पार्टी संगठन में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं।
भूपेन्द्र यादव अमित शाह के विश्वासपात्र हैं
महाराष्ट्र में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस चुनाव में लोकसभा की पुनरावृत्ति से बचने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने कमर कस ली है। अमित शाह के विश्वासपात्र और कई चुनावों में पार्टी को सफलता दिलाने वाले भूपेन्द्र यादव को नियुक्त किया गया है। साथ ही नरेंद्र मोदी के भरोसेमंद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को सह प्रभारी नियुक्त किया गया है। यह जोड़ी मध्य प्रदेश विधानसभा में प्रभारी और सह-प्रभारी थी। इसके बाद मध्य प्रदेश विधानसभा में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला।
प्रदेश अध्यक्ष और मुंबई अध्यक्ष के कामकाज का मूल्यांकन किया जाएगा
लोकसभा चुनाव में बीजेपी को राज्य में करारी हार स्वीकार करनी पड़ी। 2019 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र ने 22 सीटें जीती थीं। इस चुनाव में यह संख्या 9 हो गयी है। राज्य में बीजेपी को 13 सीटों का नुकसान हुआ है। यह पार्टी के लिए बड़ा झटका है। इसके चलते प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले और मुंबई अध्यक्ष आशीष शेलार के कामकाज का मूल्यांकन अब भूपेन्द्र यादव और अश्विनी वैष्णव करेंगे। जरूरत पड़ी तो संगठन में बड़े बदलाव भी किये जायेंगे। इससे बीजेपी को नया प्रदेश अध्यक्ष या मुंबई को नया बीजेपी अध्यक्ष मिल सकता है।
भूपेन्द्र यादव की सफलता का ग्राफ
केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव के पास चुनाव प्रबंधन का व्यापक अनुभव है। वह यह काम 2013 से कर रहे हैं। 2013 में, उन्होंने राजस्थान विधानसभा चुनावों में सह-प्रभारी की भूमिका निभाई और तब से लगभग हर प्रमुख राज्य में पार्टी को प्रभावशाली सफलता दिलाई। 2014 में झारखंड में सह प्रभारी और फिर गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रभारी। वह 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रभारी भी थे और शिवसेना के साथ समन्वय में, उन्होंने गठबंधन को स्पष्ट बहुमत तक पहुंचाया। लेकिन नतीजों के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर उद्धव ठाकरे और बीजेपी में झड़प हो गई और गठबंधन टूट गया। फिर 2020 में बिहार में भी बीजेपी ने नीतीश के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। उस वक्त भी भूपेन्द्र यादव ही चुनाव प्रभारी थे।