लखनऊ। अयोध्या में भले ही मां सरयू बह रही हो, लेकिन नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ सरकार रामनगरी में विकास की गंगा बहाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। हाल ही में गठित अयोध्या तीर्थ विकास परिषद भी योजनाओं का पिटारा खोलने जा रही है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बैठक कर 110 करोड़ रुपये की योजनाओं को हरी झंडी दे सकते हैं।
सीएम योगी की अध्यक्षता में बैठक संभावित
रामनगरी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं पर एक बार फिर काम शुरू होने जा रहा है। श्री अयोध्या तीर्थ विकास परिषद को 11 परियोजनाएं भेजी गई हैं। 110 करोड़ रुपये की इन परियोजनाओं को परिषद की बैठक में मंजूरी मिलना तय है। सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में इसी महीने तीर्थ विकास परिषद की बैठक संभावित है।
अयोध्या में 32 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम चल रहा
बता दें कि अयोध्या में 32 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम चल रहा है। अब कुछ नई योजनाओं पर काम शुरू करने की तैयारी की जा रही है। रामनगरी की पौराणिकता के साक्षी मणिपर्वत का भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा। मणिपर्वत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित है। यहां हर साल सावन के महीने में मेला लगता है। मणिपर्वत मेले के साथ ही रामनगरी में झूलनोत्सव की शुरुआत होती है।
रामनगरी में पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा
श्री अयोध्या जी तीर्थ विकास परिषद के सीईओ संतोष कुमार शर्मा ने बताया कि अयोध्या के सुनियोजित विकास के लिए तीर्थ विकास परिषद को विभिन्न विभागों से विकास योजनाओं के प्रस्ताव मिले हैं। इनमें अयोध्या विकास प्राधिकरण के 8 और उत्तर प्रदेश पर्यटन विकास निगम के 3 प्रस्ताव हैं। इन सभी योजनाओं की कुल लागत करीब 110 करोड़ रुपये होगी। इन योजनाओं के मूर्त रूप लेने पर रामनगरी में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
इन परियोजनाओं को मिलेगी मंजूरी
- सभी प्रमुख स्थलों पर साइनेज लगाने की योजना।
- सरयू तट पर मूर्तिकला और फव्वारा तथा सौंदर्यीकरण का कार्य। अनुमानित लागत 9 करोड़ रुपये है।
- आचार्य नरेंद्र देव विश्वविद्यालय परिसर में स्थित गुलाबबाड़ी का सौंदर्यीकरण।
- राम की पैड़ी नहर से एनएच-27 तक सोतिया नाला का निर्माण।
- एएसआई क्षेत्र से बाहर मणि पर्वत के चारों ओर मार्ग का निर्माण। फर्श, बेंच, साइनेज, लाइट और लेजर, पारदर्शी स्क्रीन, फूड कियोस्क का निर्माण।
- अयोध्या में विभिन्न स्थानों का सौंदर्यीकरण। यात्रियों के लिए आवास और विश्राम की व्यवस्था।
- अयोध्या में कौशलेश सदन का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण।
- संत निवास का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण।