लोकसभा में विपक्षी नेता राहुल गांधी ने अभय मुद्रा, अग्निवीर, किसान, हिंदू हिंसक और अयोध्या जैसे मुद्दों पर पीएम मोदी और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि खुद को हिंदू कहने वाले लोग हिंसा भड़का रहे हैं। बीजेपी हिंसा और नफरत फैला रही है। कांग्रेस नेता के इस बयान पर हंगामा मच गया। इसके बाद पीएम मोदी और अमित शाह को जवाब देने के लिए दो बार अपनी कुर्सियों से उठना पड़ा।
हिंदू समाज को हिंसक कहना ठीक नहीं
राहुल गांधी के आरोप का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने जवाब दिया कि यह विषय बहुत गंभीर है। हिंदू समाज को हिंसक कहना ठीक नहीं है। वहीं अमित शाह ने कहा कि क्या गर्व से खुद को हिंदू कहने वाले लोग हिंसक हैं? विपक्षी नेता को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। इसका जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी और बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है। यह पार्टी हिंदू समाज के नाम पर नफरत और हिंसा फैला रही है। जबकि एक सच्चा हिंदू हिंसा, नफरत और डर नहीं फैला सकता। आइए जानते हैं वो पांच मुद्दे जिन पर राहुल ने मोदी सरकार पर निशाना साधा।
अग्निवीर पर उठाए सवाल
सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अग्निवीर योजना को युवाओं के साथ धोखा बताया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की अग्निवीर योजना शहीद का दर्जा नहीं देती। अगर कोई अग्निवीर सैनिक शहीद होता है तो मोदी सरकार उसे शहीद नहीं मानती। उसे मुआवजा नहीं दिया जाता। उसके परिवार को पेंशन नहीं मिलती। कांग्रेस की सरकार आएगी तो सबसे पहले अग्निवीर को हटाएगी। अग्निवीर सेना की नहीं बल्कि पीएमओ की योजना है। अग्निवीर इस्तेमाल करो और फेंक दो मजदूर है।
हिंदू हिंसक नहीं होता
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा हिंदू होने का दावा करती है। वे हिंसा और नफरत को बढ़ावा देते हैं। जबकि हिंदू हिंसक नहीं होता। राहुल गांधी ने कहा कि अगर आप भगवान शिव की तस्वीर देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि हिंदू कभी डर और नफरत नहीं फैला सकता। यह भाजपा का काम है जो डराने के लिए इतनी नफरत फैलाती है।
किसानों को आतंकवादी कहा गया
राहुल ने कहा कि हमने (यूपीए सरकार) किसानों के लिए जो भूमि अधिग्रहण बिल तैयार किया था, जिससे किसानों को उचित मुआवजा मिलता, उसे इस सरकार (मोदी) ने रद्द कर दिया। किसानों को डराने के लिए तीन कानून लागू किए गए। जिसके बारे में पीएम मोदी ने कहा कि ये फायदे के लिए कानून हैं, लेकिन असल में ये अंबानी और अडानी के फायदे के कानून थे। जब किसान सड़क पर आए तो उन पर लाठियां बरसाई गईं। उनके नेताओं ने किसानों को अपनी गाड़ी से कुचल दिया और अन्नदाता को आतंकवादी कहा गया। हालांकि, अमित शाह ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि इसकी प्रमाणिकता होनी चाहिए।
अभय मुद्रा का जिक्र किया
लोकसभा में विपक्षी नेता राहुल गांधी ने अभय मुद्रा का जिक्र करते हुए कहा कि यह कांग्रेस का प्रतीक है। अभय मुद्रा निर्भयता, आश्वासन और सुरक्षा का प्रतीक है, जो भय को दूर करती है। यह हिंदू धर्म, इस्लाम, सिख धर्म और बौद्ध धर्म और अन्य भारतीय धर्मों को दिव्य सुरक्षा और आनंद प्रदान करती है। हमारे सभी महापुरुषों ने अहिंसा और भय को खत्म करने की बात की है, लेकिन खुद को हिंदू कहने वाली भाजपा सिर्फ हिंसा, भय और नफरत फैलाने की बात करती है।
विपक्षी नेताओं को जेल में डाला गया
राहुल ने कहा कि पिछले 10 सालों में संविधान और भारत की अवधारणा पर योजनाबद्ध तरीके से हमला किया गया है। संविधान और भाजपा के विचारों का विरोध करने वाले करोड़ों लोगों पर हमला किया गया। कई लोगों पर व्यक्तिगत हमले किए गए। कई नेताओं को जेल में डाला गया। हमारे एक नेता (हेमंत सोरेन) अभी जेल से बाहर आए हैं और एक नेता (अरविंद केजरीवाल) जेल में हैं। उन्होंने कहा कि मुझ पर हमला किया गया। सरकार, प्रधानमंत्री के आदेश पर मेरे खिलाफ 20 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए, मुझे दो साल की सजा सुनाई गई। मुझसे 55 घंटे तक पूछताछ की गई।
‘पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर मामला’
राहुल गांधी द्वारा हिंदुओं पर दिए गए बयान पर पीएम मोदी ने कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना बहुत गंभीर मामला है। वहीं, अमित शाह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें इस्लाम में अभय मुद्रा पर इस्लामिक विद्वानों की राय लेनी चाहिए। उन्हें गुरु नानक देव की अभय मुद्रा पर गुरुद्वारा कमेटी की भी राय लेनी चाहिए। उन्हें अभय के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है। इन लोगों ने आपातकाल के दौरान पूरे देश को आतंकित कर दिया था। आपातकाल के दौरान दिल्ली में हजारों सिख साथियों को दिनदहाड़े मार दिया गया था।