फ्रेंडशिप मैरिज यानी दोस्ती से प्यार और फिर शादी, आजकल युवाओं के बीच एक लोकप्रिय विकल्प बनता जा रहा है। पारंपरिक शादियों के मुकाबले, जहां रिश्ते अक्सर परिवारों द्वारा तय किए जाते थे, युवा अब अपने जीवन साथी चुनने में अधिक स्वतंत्र महसूस कर रहे हैं।
क्यों हो रही है लोकप्रिय?
- आधुनिक सोच: बदलते सामाजिक मानदंडों और शिक्षा के प्रसार के साथ, युवा अब रिश्तों को लेकर अधिक स्वतंत्र और खुले विचारों वाले हो गए हैं।
- दोस्ती का मजबूत आधार: दोस्ती से शुरू हुए रिश्ते में पहले से ही एक मजबूत आधार होता है, जिससे शादी के बाद भी समझ और तालमेल बनाए रखना आसान होता है।
- समान मूल्य और लक्ष्य: दोस्ती के दौरान लोग एक-दूसरे के मूल्यों और लक्ष्यों को अच्छी तरह से समझ लेते हैं, जिससे विवाह जीवन में कम मतभेद होते हैं।
- स्वतंत्रता और समानता: फ्रेंडशिप मैरिज में दोनों साथी एक-दूसरे को बराबर का मानते हैं और अपने फैसले लेने में स्वतंत्र होते हैं।
- आकर्षण के साथ दोस्ती: कई बार दोस्ती के दौरान ही रोमांस पनप जाता है और दोनों एक-दूसरे के प्रति आकर्षित हो जाते हैं।
मैरिज के फायदे
- मजबूत बंधन: दोस्ती से शुरू हुए रिश्ते में भावनात्मक जुड़ाव अधिक गहरा होता है।
- विश्वास: दोस्ती के दौरान एक-दूसरे पर भरोसा बन जाता है, जो शादी के बाद भी बना रहता है।
- समस्याओं का समाधान: दोस्ती के दौरान कई समस्याओं का सामना किया जाता है, जिससे शादी के बाद समस्याओं को हल करने की क्षमता बढ़ जाती है।
- खुशहाल वैवाहिक जीवन: कई अध्ययनों से पता चला है कि फ्रेंडशिप मैरिज में तलाक की दर कम होती है।
मैरिज के चुनौतियां
- परिवार का दबाव: कई बार परिवार वाले इस तरह की शादी को स्वीकार करने में संकोच करते हैं।
- समाज का दबाव: समाज में अभी भी पारंपरिक शादियों को अधिक महत्व दिया जाता है।
- रिश्ते में बदलाव: दोस्ती से शादी में बदलते रिश्ते को संभालना मुश्किल हो सकता है।
- अन्य चुनौतियां: अन्य सभी शादियों की तरह फ्रेंडशिप मैरिज में भी कई चुनौतियां आ सकती हैं।
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